लखनऊ: उत्तर प्रदेश में ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सदस्य के आठ लाख से ज्यादा पदों के चुनाव के लिए आज बिगुल बज गया। चार चरणों में 28 नवंबर से नौ दिसंबर के बीच 74 जिलों (गौतमबुद्धनगर जिला और गोंडा की 10 ग्राम पंचायतों को छोड़कर) में एक साथ वोट डाले जाएंगे। 12 दिसंबर को नतीजे आएंगे। राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि 58,909 ग्राम प्रधान व 7,42,277 ग्राम पंचायत सदस्य पद के चुनाव चार चरणों में आयोजित किए जाएंगे। अधिसूचना के साथ ही राज्य में चुनाव आचार संहिता फिर से लागू हो गई। आयोग के तय कार्यक्रम के मुताबिक जिलाधिकारियों द्वारा आठ को और निर्वाचन अधिकारियों द्वारा नौ नवंबर को चुनाव संबंधी सूचना जारी की जाएगी।
निर्वाचन आयुक्त के अनुसार पार्ट-1 के चुनाव का अनुभव पार्ट-2 में मिलेगा,11.42 करोड़ मतदाता,पारदर्शी चुनाव कराने का प्रयास रहेगा। उन्होंने कहा कि कई जगह जातिवाद का भी माहौल है। इसीलिए गृहमंत्री से बात कर पैरामिलिट्री फोर्स मंगाई गई है। जो चुनाव के लिहाज से अच्छी बात होगी,सीनियर अफसरों को ऑब्जर्वर बनाया जाएगा। वेस्ट यूपी में कम्युनल माहौल रहता है।उन्होंने कहा कि आयोग की साइट पर सूचना उपलब्ध होगी,रिजल्ट साइट पर लोड होने के बाद मैसेज जाएगा,प्रधानचुनाव बहुत संवेदनशील हैं। सुरक्षा में कोई चूक बर्दाश्त नहीं होगी,अतिसंवेदनशील बूथों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी,जनरेटर की भी व्यवस्था होगी। मतपेटियो की लगातार वीडियोग्राफी होगी,मतपेटिया जहा रखी जाएंगी सीसीटीवी लगेगा,मतपेटियां डबल लॉक में रखी जाएगी 178683 पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे।
चारों चरणों के लिए नामांकन 16 से 27 नवंबर के बीच होंगे। पहले से चौथे चरण के लिए मतदान 28 नवंबर, पहली, पांच व नौ दिसंबर को होगा। चुनाव में 11.43 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। 69,739 मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे से शाम 4.30 बजे तक (नक्सल प्रभावित चंदौली, मीरजापुर व सोनभद्र में चार बजे तक) मतदान होगा। सभी चरणों के लिए मतगणना 12 दिसंबर को सुबह आठ बजे से होगी।