फर्रुखाबाद: (कमालगंज): बैंक में अपने पति के खाते का हिसाब देखने गयी महिला को पहले तो बैंक मेनेजर ने पूरे दिन बैंक में बैठाया और जब बैंक के बंद होने का समय आया तो बैंक मेनेजर ने हाथ पकड़कर महिला से कहा कि अंदर चलो तुम्हे खाता दिखाऊँ| ये आरोप कमालगंज की सुनीता देवी पत्नी ब्रजनंदन निवासी बहोरनपुर टप्पा हवेली कमालगंज ने कमालगंज की आर्यव्रत ग्रामीण बैंक शाखा के बैंक मेनेजर हरदोई निवासी आर एस रस्तोगी पर पुलिस कप्तान को दी शिकायत में लगाया है| मामले की जाँच कमालगंज थाने के दरोगा केदारसिंह को सौपी गयी है|
दिनांक १३ दिसम्बर 2013 को पुलिस कप्तान को सुनीता देवी ने लिखित शिकायत देकर बैंक मेनेजर के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कराने की मांग की है| महिला ने JNI को बताया कि उसके पति ब्रजनंदन ने वर्ष 98 में बैंक से 80000 रुपये लोन लिया था| सुनीता के मुताबिक समय रहते उसके पति ने बैंक का पूरा पैसा अदा कर दिया था| लगभग एक माह पूर्व उसके पति के पास बैंक का लोन जमा करने का नोटिस आया तो उसके पति घबड़ा गए| सुनीता के पति ने सुनीता को बैंक में खाता की स्थिति पता करने के लिए भेजा|
11 दिसम्बर 2013 को सुनीता कमालगंज की आर्यव्रत बैंक शाखा में अपने पति के खाते की स्थिति पता करने गयी तो बैंक मेनेजर ने उसे बैठा लिया| सुनीता के मुताबिक उसे कई घंटे बैंक में बैठाने के बाद जब सब ग्राहक चले गए और बैंक के बंद होने का समय आया तो बैंक मेनेजर पास आये और हाथ पकड़कर बोले- अंदर चलो तुम्हे खाता दिखाऊँ| सुनीता को बैंक मेनेजर की नियत पर शक हो गया| सुनीता के मुताबिक उसे बैंक मेनेजर से इस बर्ताव की उम्मीद नहीं थी| वो घबरा कर हाथ छुड़ाकर जैसे तैसे बैंक से बाहर निकली और घर चली गयी| इसके बाद पुलिस कप्तान को बैंक मेनेजर की शिकायत दर्ज करायी|
आरोप लागत, लोन न चुकाने का षड्यंत्र-
कमालगंज थाने के अनुसार मामले की जाँच दरोगा केदार सिंह को सौपती गयी है| वहीँ इस मामले में बैंक मेनेजर ने इन आरोपो को निराधार बताया है| आर एस रस्तोगी का कहना है कि ऐसा कोई मामला उनके संज्ञान में नहीं है और सुनीता नाम की कोई महिला उनसे मिलने के लिए नहीं आयी| वैसे इसी शाखा में खातेदारो के खाते के पैसा निकल जाने के धोखाधड़ी के एक मामले में जाँच अंतिम दौर में है जिसमे कई बैंक कर्मियो के फसने ई आशंका है|