फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश की सरकार को बदनाम करने में बाबू, अफसरों के साथ साथ बैंको का भी हाथ सामने आने लगा है| वैसे तो “हमारी बेटी उसका कल” योजना उत्तर प्रदेश में हर गरीब की बेटी के लिए है| ये बात और है कि प्राथमिकता के बहाने अभी तक सबसे बड़ा लाभ अल्पसंख्यक समुदाय को मिला है| विपक्षी इसे वोट बैंक की योजना बताते है| अखिलेश यादव की सरकार को इस योजना से 2014 में कितना सियासी फायदा होगा ये बाद की बात है, फिलहाल तो इस योजना से सरकार की बदनामी ज्यादा हो रही है|
योजना का लाभ लेने के लिए वसूली जाने वाली घूस और बाउंस हो रही चेके ज्यादा चर्चा में आ रही है| इस तरह से इस योजना का पैसा लाभार्थी को आसानी से नहीं मिल पा रहा है| लेखपालो द्वारा योजना का लाभ लेने के लिए बनबाये गए कम आय प्रमाण पत्रों पर रिपोर्ट लगाने के लिए घूस वसूलना, अल्पसंख्यक विभाग द्वारा जमकर घूस वसूल कर चेके देना, कहीं लेट चेक मिलना, कहीं बैंक द्वारा समय से चेक का भुगतान न करना और कहीं कहीं तो खाते में पैसा जाने के बाद वापस हो जाने के मामले प्रकाश में आ रहे है| नया मामला कमालगंज की पंजाब नेशनल बैंक शाखा का है| यहाँ बैंक को समय से जमा की गयी हुई चेक एक महीने बाद बाउंस होकर लौट आई| पहले पीड़ित ने वकील के माध्यम से जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री को पत्र लिखे| जब कोई हल नहीं निकला तो अब पीड़ित लाभार्थी ने बैंक मेनेजर के खिलाफ अदालती कार्यवाही शुरू कर दी है|
आशमा अंसारी पुत्री सरफुद्दीन अंसारी निवासी जवाहर नगर कमालगंज को “हमारी बेटी उसका कल योजना” के तहत ट्रेजरी द्वारा 28 जनवरी 2013 की जारी की हुई चेक मिलती है| आशमा उस चेक को कमालगंज के पंजाब नेशनल बैंक शाखा में दिनांक 4 फरवरी 2013 को अपने खाते में जमा कर दिया| बैंक ने एक महीने के बाद दिनांक 13/03/2013 को उसके खाते में चेक का 30000 रुपया ट्रान्सफर कर दिया जो उसकी पास बुक पर भी चढ़ गया| आशमा को कुछ पैसो की जरुरत पड़ी तो उसने 15/03/2013 को उसी खाते से 7300 रुपया निकाल लिया| इसके दूसरे दिन बैंक ने आशमा के खाते से हमारी बेटी उसका कल योजना का मिला 30000 रुपया वापस कर लिया और आशमा के खाते में 7300 रुपये का ओवर ड्राफ्ट हो गया| इसकी कोई सूचना लिखित या मौखिक रूप से बैंक ने आशमा को नहीं दी| रिजर्व बैंक के दो नियमो का यहाँ उल्लंघन किया गया| एक तो अधिकतम 20 की बजाय 39 दिन बाद चेक का भुगतान आशमा के खाते में किया गया तो दूसरा बचत खाते में ओवरड्राफ्ट|
आशमा हो गयी ठगी का शिकार हो गयी?
एक तो उसको हमारी बेटी उसका कल योजना का पैसा भी नहीं मिला तो दूसरी तरफ विभाग के बाबू ने ५०००/- अग्रिम घूस भी वसूल ली| अब आशमा ने वकील में माध्यम से जिलाधिकारी, रिजर्व बैंक और मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को सूचनार्थ पत्र भेजते हुए पंजाब नेशनल बैंक के मेनेजर को नोटिस भेजा है|
क्या गुलफशा की तरह आशमा को भी घूस की रकम वापस मिल पायेगी? क्या कोई समाजसेवी या सजातीय विधायक जमालुद्दीन सिद्दीकी उसकी कोई मदद कर पाएंगे? क्या प्रशासन इस मामले में कोई कदम उठाएगा? इन सवालों के जबाब अलगे कुछ दिनों में मिल जायेंगे|