युवती के साथ रंगरेलियां मना रहे आशिक मिज़ाज पुत्र को पिता ने रंगे हाथों पकड़ाया

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कायमगंज (फर्रूखाबाद): शिक्षक पिता ने अपने लड़के पर आशिक मिजाज होने का आरोप लगाते हुए,पुलिस को लाकर मौके पर एक युवती बरामद करायी। हालांकि बाद में पिता मौके से खिसक गया।
Qym1कस्बा के मोहल्ला काजमखां निवासी शिक्षक अनिल त्रिपाठी पुत्र ग्रीशचन्द्र त्रिपाठी आज हड़बड़ाये हुए से कस्बा पुलिस चौकी पर पहुंचे। जहां उन्होंने चौकी प्रभारी गयाप्रसाद से कहा कि मेरा लड़का आशीष आये दिन दो-दो,तीन-तीन लड़कियों को लेकर घर में आता है। मैं उसकी आशिक मिजाजी और आवारागर्दी से खासा परेशान हूँ। शिक्षक ने पुलिस से कहा कि आप जल्द मेरे घर पर चलें। जहां मैं घर के मुख्य दरवाजे पर ताला लगाकर आया हूँ। मेरा लड़का किसी लड़की को लाया है और उसी के साथ अपने कमरे में है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कमरा खुलवाकर देखा तो शिक्षक पिता की शिकायत सही निकली। कमरे में आशीष के साथ एक लड़की मौजूद थी। पुलिस ने लड़की से उसका नाम पता पूछा तो वह बार-बार अपनी बात पर पलटी मार रही थी। पहले उसने अपने पिता का नाम डा. दुबे निवासी गांव अजमतपुर बताया। बाद में पलटी मारते हुए बोली कि मैं डाक्टर की नातिन हूं। काफी पूछताछ के बाद उसने कहा कि मेरे पिता का नाम अनिल है। जो इस समय कस्बा के गंगादरवाजा में रह रहे हैं। उससे पिता का मोबाइल नम्बर जानने की पुलिस ने कोशिश की तो लड़की ने कहा कि मेरे पिता मोबाइल नहीं रखते। काफी घुमाफिरा कर पूछे जाने पर लड़की ने अपने घर का नम्बर दिया। जिस पर पुलिस ने उसके घरवालों से बात करके घटना की जानकारी उपलब्ध करायी। लड़की का कहना था कि यह घर मेरी बुआ का है। इसलिए मेरा यहां आना-जाना रहता है। उसकी बात की पुष्टिï करते हुए लड़के ने कहा कि युवती उसके मामा की लड़की है। जबकि शिक्षक पिता ने लड़की को पहचानने से साफ मना कर दिया।
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पूछतांछ चल ही रही थी कि शिकायतकर्ता शिक्षक पिता मौके से खिसक गया। आशीष ने अपनी दास्तां पुलिस को बताते हुए कहा कि उसका शिक्षक पिता बहुत बेरहम है यह मुझे खर्चा या खाने-पीने तक केलिए कुछ नहीं देता है। उसका कहना था कि पिता ने मेरी माँ की हत्या कर दी थी। जिसमें यह जेल भी गये थे। प्रकरण की जानकारी लेने के बाद लड़की का नाम पता नोट कर उसकी मर्जी के मुताबिक पुलिस ने उसे अपने घर जाने की अनुमति दे दी।
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