फर्रुखाबाद:(राजेपुर)बीते तीन दिन पूर्व 23 अक्टूबर को रामगंगा में समाई दो सगी बहनों सहित तीन की मौत हो गयी थी| एक का शव तो घटना के कुछ देर बाद बरामद हो गया था| जबकि दूसरी किशोरी का शव घटना के तीन दिन के बाद रविवार को रामगंगा में तैरते हुये बरामद हुआ है| पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया|
शुक्रवार 23 अक्टूबर को रामगंगा में हाथ धोने गयी थाना क्षेत्र के ग्राम कड़क्का निवासी चार किशोरी घर की लिसाई पुताई करने के लिये राम गंगा के किनारे मिट्टी लेने गयी| 14 वर्षीय नीलम व् उसकी 6 वर्षीय बहन कंचन पुत्री रमेश के साथ आठ वर्षीय सुमन, 11 वर्षीय किरन पुत्री हाकिम गहरे पानी में चली गयी| जानकारों के मुताबिक पहले चारो ने मिट्टी निकाली उसके बाद चारो रामगंगा के निकट पंहुची और उसके पानी में हाथ धोने लगी| मौके पर सुमन व किरन की माँ भगवान देवी भी थी| उसी समय अचानक चारो का पैर मिट्टी धसने के कारण गहरे पानी में चली गयी| मौके पर खड़ी भगवान देवी ने जैसे-तैसे कंचन को तो जिन्दा बचा लिया लेकिन अन्य तीनो गहरे पानी में समा गयी| किशोरियों को पानी में तलाशने के लिये दस गोताखोर पानी में उतरे जिसके कुछ घंटे बाद सुमन का शव पानी से बरामद हो गया जबकि अन्य नीलम व् किरन का कही पता नही चल सका था|
तीन दिन तक दोनों किशोरीओ का पता नही चला तो के पुलिस भी शवो को तलाशने में लापरवाही व शिथिलता दिखाती रही| जिसके बाद पिता रमेश व अन्य लोग दोनों किशोरियों की तलाश में खुद जुट गये| रविवार को सुबह-सुबह निकले तो रमेश को अपनी पुत्री नीलम की लाश रामगंगा के गहरे पानी में तैरती हुई घटना स्थल से तकरीबन सात किलोमीटर दूर मिली| लाश मिलते ही कोहराम मच गया| परिजन शव लेकर अपने घर पंहुचे तो घर पर भी काफी बड़ी मात्रा में भीड़ लग गयी| पुलिस ने मौके पर पंहुचकर शव का पंचनामा भरके पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया| अभी11 वर्षीय किरन पुत्री हाकिम सिंह का अभी तक पता नही चला है|