फर्रुखाबाद: जेल की ऊँची ऊँची चार दीवारी के भीतर क्या क्या गुल खिलाये जा रहे है कौन नही जानता लेकिन जब भी कोई बात आती है तो अधिकारी उसे अन्दर ही अन्दर हजम कर लेते है| लेकिन जो मामला बीते दिन मिडिया के सामने जेल में नशीले पदार्थो की सप्लाई का मामला कैमरे में कैद हुआ उसे जेल के जाँच अधिकारी हजम नही कर पा रहे है| जिससे नशीले पदार्थो की जाँच का मामला अभी अधर में है| जाँच लटकी हुई है|
बीते दिनों सेन्ट्रल जेल फतेहगढ़ में नशीले पदार्थो से भरा रिक्सा जेल के अन्दर बिना रोक-टोक गया जिसका समाचार तस्वीर सहित मिडिया में प्रकाशित किया गया था| जिसके बाद जेलर सुनीत कुमार सिंह चौहान ने इस सम्बन्ध में सफाई दी| लेकिन कैमरे में ली गयी तस्बीर छुट नही बोलती| खबर का संज्ञान लेकर डीआईजी बीके शेखर ने मामले की जाँच गुरुवार 15 अक्टूबर को ही जिला जेल के अधीक्षक व् सेन्ट्रल जेल के कार्यवाहक अधीक्षक राकेश कुमार को दे दी| जाँच मिलने के पांच दिन बाद भी जाँच एककदम नही चली| बल्कि जाँच अधिकारी मामले से मुंह चुरा रहे है|
जाँच सही हुई तो फंसेगे कई
जाँच करने में इस लिये इस लिये इस लिए बिलम्ब हो रहा है कि प्रतिबंधित नशीली वस्तु सप्लाई करने की जाँच में यदि ईमानदारी बरती गयी तो जेल के कई अधिकारी व कर्मचारी फंसेगे| क्योंकि जिस समय नशीले पदार्थ से भरा रिक्सा जेल के अन्दर गया था उस समय जेलर सुनीत कुमार चौहान अपने कार्यालय में ही बैठे थे उनके साथ ही साथ मेन गेट पर लगे सुरक्षा कर्मी व गेट मैंन ने भी रिक्से को नही टोका और अन्दर चला गया|
जाँच अधिकारी जिला जेल के अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि जाँच अभी चल रही है| जाँच के बाद रिपोर्ट डीआईजी को सौपी जायेगी| उन्होंने यह नही बताया की जाँच में क्या प्रगति हुई|