फर्रुखाबाद: बीते कई दिनों से शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला गुंजन बिहार कालोनी स्थित मंसादेवी मन्दिर के मुख्य गेट पर ताला डालने को लेकर जनाक्रोष भडक गया| जिस पर हिन्दू महासभा के हस्तक्षेप के बाद अधिकारियो व जमीन मालिक से तीखी भिडंत के बाद लोगो की आस्था को देखते हुये अधिकारियो ने ताला खुलवा दिया|
शनिवार को सुबह दर्जनों महिलाये व ग्रामीण मंसादेवी मन्दिर पर एकत्रित हुये जिसके बाद मौके पर पंहुचे सभासद सुरजीत कटियार ने भी इसका विरोध किया| जानकारी होने पर हिन्दू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश मिश्रा व विधार्थी परिषद के शैलेन्द्र अग्निहोत्री व अपने अन्य साथियों के साथ आ गये| उन्होंने अपर पुलिस अधीक्षक राम भुवन चौरसिया व एसडीएम सदर को फोन पर मामले की सूचना दी| वही क्षेत्र की दर्जनों महिलाओ ने मन्दिर में ताले डालने को लेकर नारेवाजी शुरू कर दी| कुछ समय के बाद आईटीआई चौकी इंचार्ज रामजीवन यादव मौके पर पंहुचे| बातचीत के दौरान उनका राजेश मिश्रा के साथ विवाद हो गया| बाद में सिटी मजिस्ट्रेट अजीत सिंह. सीओ सिटी योगेश कुमार, शहर कोतवाल भी मौके पर आ गये|
दरोगा रामजीवन ने फोन पर जमीन मालिक अखिलेश गंगवार निवासी फतेहगढ़ को फोन कर मौके पर आने को कहा कुछ समय बाद अखिलेश गंगवार भोलेपुर निवासी डॉ० राकेश तिवारी को लेकर मौके पर पंहुचे| अखिलेश ने अधिकारियो को बताया की उन्हें सूचना मिली थी कि कुछ लोग जमीन पर कब्जा करना चाहते है| इस लिये उन्होंने मन्दिर में ताला डाल दिया था| जिस पर हिन्दू महासभा नेता राजेश मिश्रा ने आपत्ति कर कहा की पहले मन्दिर का ताला खोला जायेगा उसके बाद आगे की कार्यवाही होगी| जिस उनकी डाक्टर राकेश तिवारी से जमकर कहा सुनी हो गयी| दोनों पक्षों की सुनने के बाद नगर मजिस्ट्रेट अजीत सिंह ने जमीन मालिक अखिलेश को तत्काल मन्दिर का ताला खोलने के आदेश दिये| अधिकारयो का कड़ा रुख देखकर अखिलेश गंगवार ने चाबी मंगाकर मन्दिर का ताला खोल दिया| नगर मजिस्ट्रेट अजीत सिंह ने अखिलेश गंगवार से जमीन के कागज भी तलब किये गये है| नगर मजिस्ट्रेट अजीत सिंह ने बताया की अभी फ़िलहाल मन्दिर जनता के लिये खोल दिया गया है| आगे की कार्यवही अभिलेख देखने के बाद की जायेगी|
पहले भी भूमि मालिक पर हो चूका है हरे पेड़ काटने में मुकदमा
तत्कालीन जिलाधिकारी एनके एस चौहान ने सर्वोदय मंडल नेता लक्ष्मण सिंह की शिकायत पर जमीन मालिक अखिलेश गंगवार के खिलाफ आम के हरे पेड़ काटने का मुकदमा शहर कोतवली में खुद जिला वन अधिकारी ने दर्ज कराया था| जिसमे पुलिस ने आरोप पत्र भी लगा दिया है|