फर्रुखाबाद: राजस्थान हाईकोर्ट के द्वारा जैन गुरुओ की सल्लेखना पर रोक लगाये जाने के विरोध में जैन समाज के लोगो के साथ साथ समाज की महिलाओ व बच्चो ने भी सड़क पर उतारकर प्रदर्शन किया| जिसके बाद जिलाधिकारी को ज्ञापन सौपा गया|
नेमीनाथ दिगम्बर जैन मंदिर के अध्यक्ष ऋषभ शरण जैन के नेतृत्व में समाज के लोग डीएन काजेल फतेहगढ़ के निकट एकत्रित हुये जिसके बाद वह सड़क पर पैदल प्रदर्शन करते हुये जिलाधिकारी कार्यालय पंहुचे| डीएम को दिये गये ज्ञापन में कहा गया है कि न्यायिक प्रक्रिया में मिले अपने अधिकार के तहत जैन धर्म की विस्तृत अध्यात्मिक अवधारणा प्रस्तुत कर रहे है|
समाज के लोगो ने कहा किसल्लेखना कोई सती प्रथा नही जिसको लेकर समुदाय के किसी व्यक्ति विशेष पर जबरन यह साधना करने का दबाब नही बनाया जाता है| समाज का व्यक्ति अपना पूरा जीवन जीने के बाद जीवन के अंतिम कुछ वर्षो में यह साधना करता है| उन्होंने कहा कोर्ट के याचिका पर दिये गये आदेश को किसी भी प्रकार से समझ नही पाया| अत: अपनी एक जुटता के माध्यम से समाज यह बतायेगा की सल्लेखना आत्महत्या नही है| सल्लेखना के दौरान व्यक्ति राग,मोह,परिग्रह, त्याग, करने के साथ ही साथ अपने बंधुओ के समझ अपने जीवन में किये गये अपराधो की क्षमा भी मांगता है|
इस दौरान महामंत्री दिलीप जैन, संयोजक पवन कुमार जैन, दीपक जैन ममता जैन, राहुल जैन, प्रमोद जैन, शैलेन्द्र जैन, पूनम जैन, सुधा जैन, सरोज जैन, ज्योति जैन, रवि कान्त जैन पुन्नी शुक्ला आदि लोग मौजूद रहे|