लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गांव को जाने वाली सड़क की शोभा अब विदेशी पौधे बढ़ाने जा रहे हैं। इटावा-सैफई फोरलेन डिवाइडर पर वाशिंगटोनिया पाम के पौधे लगाये जाएंगे। सड़क हरा-भरा बनाने का जिम्मा वन विभाग का होगा। वाशिंगटोनिया पाम के लिए चार करोड़ का बजट सरकार की स्वीकृति के लिए भेजा गया है।
वाशिंगटोनिया पाम मजबूत बेस का पौधा है। जिसकी पत्तियां चौड़ी होती। यह पौधा 10 से लेकर 15 फीट तक ऊंचाई पाता है। इस पौधे की देश में उपलब्धता केवल कोलकाता में है। वहां की एजेंसियों से संपर्क किया गया है। वाशिंगटोनिया पाम के बीच में लिली के पौधे भी लगाये जाएंगे। यह पौधे सफेद व गुलाबी रंग के होंगे। पौधों का रखरखाव और सिंचाई के वास्ते टैंकर खरीदने के साथ पानी के लिए चार जगह बोरिंग करने की भी तैयारी है। वन विभाग वाशिंगटोनिया पाम की सुरक्षा को लेकर फिक्रमंद है। भीषण गर्मी में पौधों को लगाना चुनौती से कम नहीं। फिलवक्त रखरखाव का जिम्मा पौधों की आपूर्ति करने वाली एजेंसी के पास ही रहेगा। एजेंसी तीन साल तक पौधों का रखरखाव करेगी। डीएफओ कन्हैया लाल पटेल कहते हैं कि शासन की स्वीकृति का इंतजार है उसके बाद काम प्रारंभ कर दिया जायेगा।
लोक निर्माण विभाग के अभियंता अशोक कनौजिया के अनुसार इटावा-सैफई फोरलेन मार्ग पर वाशिंगटोनिया पाम को लगाने का उद्देश्य सड़क पर चलने वाले यात्रियों को खूबसूरत यात्रा का अहसास कराना है।