भूकंप से भारत में भी तबाही, 34 की मौत

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earthimage1नई दिल्ली: नेपाल व भारत में आए भीषण भूकंप में कम से कम 700 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए हैं। भूकंप की वजह से दोनों देशों में बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। कई मकान धराशायी हो गए, सड़कें धंस गई तथा संचार व्यवस्था को भारी क्षति पहुंची है। वहीं नेपाल में ही कम से कम 700 लोगों की मौत हो गई है।

वहीं भूकंप के झटके दिल्ली से गुवाहाटी और श्रीनगर से जयपुर तक महसूस किए गए। यहां तक कि भूकंप के आधे घंटे बाद तक छह झटके महसूस किए गए। भारत में भी कई लोगों के मरने की खबर है। गृह सचिव एलसी गोयल ने बताया कि देश में भूकंप से 34 लोगों की मौत हो गई है। जिसमें बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल के लोग शामिल है।

बिहार

बिहार की राजधानी पटना सहित राज्य के विभिन्न इलाकों में दो बार भूंकप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के कारण राज्य के विभिन्न इलाकों में कई मकान गिर गए हैं, जिससे 23 लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि राजधानी पटना के अलावा गया, सीतामढ़ी, नालंदा, बक्सर, पूर्णिया, बेगूसराय, गोपालगंज, दरभंगा सहित कई जिलों में लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए हैं।

वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली में बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी टेलीफोन से बिहार में भूकंप के बाद की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि अभी तक कोई बड़े नुकसान की खबर नहीं है। राज्य के मुख्य सचिव और कई जिले के जिलाधिकारियों से उनकी बात हुई है।

पश्चिम बंगाल

भूकंप का केंद्र नेपाल में होने का असर पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्से पर भी देखा गया। राज्य में भूकंप से एक महिला सहित 3 लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य के घायल होने की खबर है। दार्जिलिंग जिले के सिलीगुड़ी इलाके में 3 लोगों की मौत हुई है। वहीं सिलीगुड़ी, दार्जिलिंग कालिमपोंग और कुर्सेयांग में करीब 20 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रदेश के उत्तर बंगाल के 19 नगर पालिकाओं में शनिवार को चल रहा मतदान रोक दिया गया, क्योंकि भूकंप को लेकर लोग दहशत में थे।

उत्तरप्रदेश

पूरे देश में अपना कहर दिखा रहे भूकंप ने उत्तरप्रदेश में भी तबाही मचाई है। प्रदेश में भूकंप से 8 लोगों की मौत हो गई है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित विभिन्न जिलों में सुबह आधे घंटे के अंदर तीन बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। वहीं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तत्काल स्कूल, कॉलेज बंद करने के आदेश दिए।

ओडिशा

भारत के अन्य स्थानों की तरह ओडिशा में भी कुछ जगहों पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। प्रदेश के जगतसिंहपुर, खोर्दा, केंद्रापाड़ा, पुरी, बालेस्वर, सुंदरगढ़, ढेंकनाल, भद्रक और सोनपुर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि प्रदेश में जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है। जबकि इन इलाके के कुछ घरों और इमारतों में दरारें पड़ जाने से लोगों में दहशत है।

मध्यप्रदेश

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटके महसूस किए जाने के बाद लोगों के बीच अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। सरकारी दफ्तरों में कामकाज रोक दिया गया, बड़ी दुकानें और मॉल खाली करा दिए गए और सड़कों पर जाम लग गया।

भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में चल रही बैठक में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसके बाद बैठक बीच में ही रोक दी गई। राज्य में भूकंप के झटके महसूस किए जाने के घंटों बाद भी लोग सामान्य स्थिति में नहीं लौट पाए हैं।

तमिलनाडू

तमिलनाडू के चेन्नई में कई जगह और केंद्र शासित प्रदेश पुडुच्चेरी में देश के अन्य स्थानों की तरह भूकंप के झटके महसूस किए गए। चेन्नई के कोडामबाक्कम और गिंडी इलाके में भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि प्रदेश से जानमाल के नुकसान होने की खबर नहीं आई है।

महाराष्ट्र

महाराष्ट्र के नागपुर और मुंबई शहर के कुछ हिस्सों में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। इन दोनों शहरों में न तो किसी तरह का नुकसान हुआ है और न ही लोगों में कोई दहशत है। मुंबई के बोरीवली और दहिसर उपनगर में 2.8 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया, जबकि बांद्रा में तीव्रता अधिक थी। बांद्रा में फिल्मी हस्तियों, उद्योगपतियों और विदेशी नागरिकों के घर हैं।

वहीं भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि भारत में रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6 और गहराई 10 किलोमीटर दर्ज की गई। अमेरिकी भौगोलिक सर्वेक्षण के अनुसार भूकंप का केंद्र नेपाल का लामजुंग रहा। लामजुंग जिला काठमांडू से लगभग 75 किलोमीटर की दूरी पर है। चीन ने तो कहा है कि भूकंप की तीव्रता 8.1 थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर के जरिए कहा है कि नेपाल में भूकंप की खबर आई है। भारत के कुछ हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में अधिक जानकारी इकट्ठा करने की प्रक्रिया में हैं और भारत और नेपाल दोनों जगह भूकंप से प्रभावित लोगों तक पहुंच बनाने की दिशा में प्रयासरत हैं।