एटा : ‘नेता जी’ से परेशान जेल कर्मचारियों की इस्‍तीफे की पेशकश

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03_03_2015-etah-jailलखनऊ:मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कथित रिश्तेदार ने एटा जिला जेल में भूचाल ला दिया है। अफसरों ने बगावती तेवर अपना लिए हैं। दोहरे हत्याकांड में बंद रिश्तेदार के रौब को लेकर बंदी रक्षक से लेकर जेल अधीक्षक तक नौकरी छोडऩे को तैयार हो गए हैं। डीएम और आइजी को पत्र भेजकर उन्होंने कह दिया है कि या सीएम के रिश्तेदार को दूसरी जेल भेजा जाए या फिर उनका तबादला कर दिया जाए। डीएम ने पूरे मामले को शासन भेज दिया है।

एटा जेल में तीन मार्च को कैदियों और बंदी रक्षकों ने जमकर बवाल किया था और दो दिन से भूख हड़ताल चल रही है। इसी जेल में मुख्यमंत्री की ममेरी बहन के पति प्रधान सौरभ यादव दोहरे हत्याकांड में बंद हैं। उसको लेकर जेल अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। जेल अधीक्षक से लेकर बंदी रक्षकों द्वारा भेजे गए पत्र में लिखा गया है कि सौरभ यादव जेल में चल रहे बवाल की वजह है।

वह बंदियों में असंतोष भड़का रहा है और जेल प्रशासन पर दबाव बनाता है। पत्र में कहा गया है कि ऐसे में जेल में काम करना मुश्किल है। जेल में कभी भूख हड़ताल तो कभी संघर्ष की स्थिति बन जाती है। पत्र में साफ लिखा गया है कि या तो मुख्यमंत्री के रिश्तेदार को एटा जेल से हटाकर अन्य जेल भेजें और अगर ऐसा नहीं होता है तो पूरे स्टाफ का तबादला कर दिया जाए।

सूत्रों के अनुसार जेल स्टाफ ने वरिष्ठ अधिकारियों से यहां तक कह दिया है कि चाहे उनकी बर्खास्तगी हो जाए, मगर जमीर को गिरवी रख मुख्यमंत्री के रिश्तेदार के रहते एटा जेल में नहीं रहना चाहते। जेल में अधिकारियों समेत सौ कर्मचारी हैं।

जांच रिपोर्ट आने पर कार्रवाई : डीजी

एटा जेल बवाल पर कारागार महानिदेशक आरआर भटनागर ने डीआइजी आगरा केदारनाथ से रिपोर्ट मांगी है। केदारनाथ ने एटा जेल का दौरा कर लिया है। भटनागर का कहना है कि रिपोर्ट आने पर अगर कोई दोषी मिला तो कार्रवाई होगी। भटनागर से यह पूछे जाने पर कि सौरभ यादव नामक एक बंदी के दुव्र्यवहार से तंग आकर एटा जेल के अधिकारियों ने उसे हटाने या खुद को हटाये जाने के लिए कोई पत्र लिखा है, महानिदेशक ने इससे अनभिज्ञता जताई। उन्होंने बताया कि बदायूं से पेशी पर आए एक बंदी की बस स्टेशन पर दुर्घटना में मृत्यु हो जाने को लेकर बवाल था। पहले यह बंदी एटा जेल में ही था। इसको लेकर 25 फीसद बंदियों ने खाना खाने से इन्कार कर दिया था। इस सूचना पर ही उन्होंने डीआइजी आगरा को भेजा था। डीआइजी बंदियों से बातचीत की और बहुत से लोगों ने खाना शुरू कर दिया है। बंदियों को समझाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री का ममेरा बहनोई सौरभ

एटा जेल में बंद सौरभ यादव मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का ममेरा बहनोई है। 22 अप्रैल 2014 को पिलुआ थाना क्षेत्र के गुलाबपुर गांव में जमीन के विवाद में हुए गोली कांड में दो लोग मारे गए थे। इस मामले में पुलिस ने मिरहची थाना क्षेत्र के कादरपुर गांव के प्रधान सौरभ यादव और उसके सरकारी गनर को गिरफ्तार किया था, तब से सौरभ जेल में ही है।

डीआइजी ने किया दौरा

जेल स्टाफ का पत्र उच्च अधिकारियों को मिलने के बाद शुक्रवार सुबह डीआइजी जेल केदारनाथ यहां पहुंचे। सुबह से लेकर शाम तक वे जेल के अंदर ही रहे। उनके आने की एक वजह जेल में चल रही बंदियों की भूख हड़ताल भी बताई जा रही है।

डीएम ने पत्र शासन को भेजा

जिलाधिकारी निधि केसरवानी ने कहा कि जेल अधीक्षक ने एक पत्र आइजी जेल को लिखा है। पत्र पर सभी स्टाफ के हस्ताक्षर हैं। इस पत्र में बंदी सौरभ यादव को एटा जेल से स्थानांतरित करने का अनुरोध किया गया है। मेरे द्वारा इस पत्र को शासन को अग्रसारित कर दिया गया है। जेल में आज भी आधे बंदियों ने खाना नहीं लिया। प्रशासनिक अधिकारी कैदियों को समझा रहे हैं।

बंदी सौरभ यादव बिगाड़ रहा हालात

जेल अधीक्षक ओपी कटियार ने बताया कि एटा जेल में बंदी सौरभ यादव ने हालात खराब कर रखे हैं। जेल में अनुशासनहीनता की पराकाष्ठा है। बंदियों द्वारा आए दिन की जाने वाली हड़ताल भी सौरभ के उकसाने का नतीजा है। ऐसे में कोई भी स्टाफ सौरभ यादव के रहते काम करने को तैयार नहीं। हमने शासन से बंदी का स्थानांतरण अथवा जेल स्टाफ के तबादले का अनुरोध किया है।