उत्तर प्रदेश में 5 हजार डॉक्टरों की कमी: स्वास्थ्य मंत्री

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फर्रुखाबाद: भारत के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनंत कुमार मिश्रा के मुताबिक प्रदेश में पांच हजार डॉक्टरों की कमी है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों व छोटे नगरों में डॉक्टरों की तैनाती नहीं हो पा रही है। मंत्री का दावा है कि इसके बावजूद सरकारी क्षेत्र की चिकित्सा सेवाओं में विस्तार हुआ है और प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में करीब 50 हजार ऑपरेशन हुए।

गुरूवार 9 दिसम्बर 2010 को अनंत मिश्र अपने चुनावी क्षेत्र फर्रुखाबाद जनपद के एक कस्बे कायमगंज में अपनी पार्टी बसपा के जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी के लिए समर्थन जुटाने के लिए पहुचे थे| पत्रकारों से वार्ता करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने स्वीकारा कि डॉक्टरों की कमी से ग्रामीण क्षेत्रों को पर्याप्त सेवाएं नहीं मिल पा रहीं। प्रदेश में 13 हजार डॉक्टरों की जगह 8 हजार ही है, 5 हजार की कमी है। इस कमी को पूरा करने के लिए लोक सेवा आयोग को लिखा भी गया है। यथोचित मानदेय देने के बावजूद संविदा पर भी डॉक्टर नहीं मिल रहे हैं। नक्सल प्रभावित जिलों में 2 हजार रुपये दैनिक मानदेय पर भी चिकित्सक उपलब्ध नहीं हैं। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग ग्रामस्तर पर चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करा रहा है। बाढ़ के दिनों में भी स्वास्थ्य विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों में संतोषजनक चिकित्सा सेवाएं प्रदान कीं। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 71 जिलों में डेगू परीक्षण व उपचार की व्यवस्था की जा रही है। स्थानीय कार्यकर्ताओं की मांग पर उन्होंने कायमगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के लिए एक अतिरिक्त एम्बुलेंस देने की घोषणा की। साथ ही आश्वासन दिया कि उपलब्ध होने पर कायमगंज में वरीयता के आधार पर चिकित्सकों की नियुक्ति की जायेगी। इस दौरान विधायक कुलदीप गंगवार, ताहिर सिद्दीकी, एमएलसी डॉ. अशोक सिद्धार्थ, मनोज अग्रवाल, प्रतिनिधि जितेन्द्र्र ओझा, डॉ. शरद गंगवार, डॉ. प्रवीन रस्तोगी, जिला पंचायत सदस्य अभय प्र्रदीप गंगवार, अनुपम अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।