शिक्षा गुणवत्ता शून्य वाले जिले के DIOS को केंद्रीय मंत्री करेगी सम्मानित!

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MANTRI VIJAY BAHADUR DIOSफर्रुखाबाद: सरकारी सम्मान की यही हालत है| खबर है कि फर्रुखाबाद के जिला विद्यालय निरीक्षक को जल्द ही केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी सम्मानित करने वाली है| उन्हें ये सम्मान शिक्षा जगत में अच्छा कार्य करने के लिए मिलेगा| मगर सोमवार को जिले में आये माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने तो जिला विद्यालय निरीक्षक भगवत पटेल की तो पोल ही खोल करके रख दी| समय काटने के लिए ही सही मुख्यालय पर दो इंटर कॉलेज का औचक निरीक्षण कर मंत्री जी ने जिले की शिक्षा गुणवत्ता को शून्य घोषित कर दिया| ये दोनों कॉलेज जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से सटे हुए है| वे स्वयं कक्षाओ में गए और उपस्थिति के नाम पर मिले दो चार बच्चो से ही सवाल कर बैठे| जबाब नहीं पाये बच्चे| मगर इसी जिले के जिला विद्यालय निरीक्षक को केंद्रीय मंत्री के हाथो सम्मान मिलने वाला है|

दरअसल सरकारी सम्मान जुगाड़ से मिलता है और खरीदा जाता है| ये बात स्वयं मंत्री विजय बहादुर पाल और पूर्व मंत्री रहे सतीश दीक्षित ने शिक्षक सम्मान समारोह के कार्यक्रम में स्वीकार की| वैसे भगवत पटेल जिले में लम्बे समय तक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से लेकर प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक के पदो पर रहे है मगर पिछले दो तीन सालो में जनपद में शिक्षा गुणवत्ता सुधरी हो या अध्यापको की पढ़ाने में रूचि बढ़ गयी हो ऐसा दिखाई तो नहीं पड़ा| न ही बेसिक शिक्षा में वे शिक्षको को समय से स्कूल जाने और बच्चो को पढ़ाने के लिए प्रेरित कर सके थे| हाँ सम्मान के लिए लाबिंग करने वालो से संबंध जरूर मधुर हुए| जिले में नक़ल छाप विद्यालयों का गैंग चलाने वाले शिक्षा माफियाओ ने पैरवी की हो ये भी संभव है| खबर है कि जिले के शिक्षा माफिया ऊपर तक रिश्ते रखने के कारण ऐसे सम्मान दिलाने में माहिर है|

उत्तर प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री विजय बहादुर पाल कुछ अलग ही अंदाज के है| कमिया उजागर करने और स्वीकार करने में उन्हें संकोच नहीं होता| पेशे से शिक्षक रहे विजय बहादुर पाल ने फर्रुखाबाद से लखनऊ रवाना होने से पूर्व जेएनआई को बताया की लखनऊ पहुंचकर वे जिले की न केवल समीक्षा करेंगे वरन जिले की शिक्षा गुणवत्ता शून्य होने पर आवश्यक कार्यवाही भी करेंगे| इससे पहले श्री पाल ने जनपद के जीआईसी और एमआईसी दो इंटर कॉलेज का औचक निरीक्षण किया और गुणवत्ता शून्य पाये जाने पर सभी के वेतन रोकने के आदेश जिला विद्यालय निरीक्षक को दिए|
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