दिल्ली: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे का झगड़ा आखिरकार सालों पुरानी दोस्ती पर भारी पड़ा। इसको लेकर शिव सेना और भाजपा का 25 साल पुराना गठबंधन टूटा, तो वहीं 15 साल से साथ एनसीपी और कांग्रेस के रास्ते भी अलग हो गए। इस तरह महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से ठीक 20 दिन पहले सियासी तस्वीर काफी दिलचस्प हो गई है।
गुरुवार को मुंबई में प्रेस वार्ता कर भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शिवसेना मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर अड़ी हुई थी। उनके मुताबिक शिवसेना ने कई प्रस्ताव दिए, लेकिन उनमें से किसी में भी उनके हिस्से की सीटों में कमी नहीं आ रही थी। हर बार या तो हमारी सीटें कम हो रही थीं या हमारे सहयोगी दलों की। फडणवीस ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान उनकी पार्टी शिवसेना पर हमले नहीं करेगी और शिवसेना से भी यही उम्मीद है| भाजपा की ओर से इस एलान के तुरंत बाद ही शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री के बाहर बड़ी संख्या में शिवसैनिक एकत्र हो गए| शिवसैनिकों ने अपनी पार्टी के पक्ष में जिंदाबाद और भाजपा अध्यक्ष के विरोध में जमकर नारे लगाए। शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने कहा है किभाजपा से गठबंधन टूटना दुर्भाग्यपूर्ण है। ठाकरे ने कहा कि बुरे दिनों में भी उनकी पार्टी बीजेपी के साथ रही। शिवसेना के सांसद आनंदराव अडसूल ने दावा किया है कि भाजपा और एनसीपी के बीच सांठगांठ है। गठबंधन टूटने के बाद अभी यह साफ नहीं है कि केंद्र की एनडीए सरकार में मंत्री अनंत गीते अपना पद छोड़ेंगे या नहीं।
अभी किसके पास कितनी सीटें
कांग्रेस 82
एनसीपी 62
बीजेपी 46
शिवसेना 44
अन्य पार्टियां 54