टूट गई भाजपा शिवसेना की 25 साल पुरानी दोस्ती, एनसीपी ने भी तोडा कांग्रेस से नाता

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22septshivदिल्ली: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे का झगड़ा आखिरकार सालों पुरानी दोस्ती पर भारी पड़ा। इसको लेकर शिव सेना और भाजपा का 25 साल पुराना गठबंधन टूटा, तो वहीं 15 साल से साथ एनसीपी और कांग्रेस के रास्ते भी अलग हो गए। इस तरह महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से ठीक 20 दिन पहले सियासी तस्वीर काफी दिलचस्प हो गई है।

गुरुवार को मुंबई में प्रेस वार्ता कर भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शिवसेना मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर अड़ी हुई थी। उनके मुताबिक शिवसेना ने कई प्रस्ताव दिए, लेकिन उनमें से किसी में भी उनके हिस्से की सीटों में कमी नहीं आ रही थी। हर बार या तो हमारी सीटें कम हो रही थीं या हमारे सहयोगी दलों की। फडणवीस ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान उनकी पार्टी शिवसेना पर हमले नहीं करेगी और शिवसेना से भी यही उम्मीद है| भाजपा की ओर से इस एलान के तुरंत बाद ही शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री के बाहर बड़ी संख्या में शिवसैनिक एकत्र हो गए| शिवसैनिकों ने अपनी पार्टी के पक्ष में जिंदाबाद और भाजपा अध्यक्ष के विरोध में जमकर नारे लगाए। शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने कहा है किभाजपा से गठबंधन टूटना दुर्भाग्यपूर्ण है। ठाकरे ने कहा कि बुरे दिनों में भी उनकी पार्टी बीजेपी के साथ रही। शिवसेना के सांसद आनंदराव अडसूल ने दावा किया है कि भाजपा और एनसीपी के बीच सांठगांठ है। गठबंधन टूटने के बाद अभी यह साफ नहीं है कि केंद्र की एनडीए सरकार में मंत्री अनंत गीते अपना पद छोड़ेंगे या नहीं।

इससे पहले शिवसेना ने गुरुवार को धमकी भरे लहजे में कहा था कि अगर भाजपा ने दूसरा रास्ता अपनाया तो उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। शिवसेना नेता दिवाकर राउते ने दावा किया कि उनकी पार्टी सहयोगियों को सीटें देने के लिए 148 सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार हो गई थी, लेकिन भाजपा और सहयोगी पार्टियाँ इस पर राजी नहीं हुई।
एनसीपी वापस लेगी समर्थन 
वहीँ एनसीपी नेता अजित पवार ने भी पत्रकार वार्ता कर कांग्रेस से समर्थन वापस लेने की घोषणा कर दी|पवार ने कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस से 144 सीटों मांग रही थी। लेकिन कांग्रेस ने उनकी नहीं सुनी।
महाराष्ट्र विधानसभा में पार्टियों की स्थिति 
विधानसभा सीटें 288
अभी किसके पास कितनी सीटें
कांग्रेस 82
एनसीपी 62
बीजेपी 46
शिवसेना 44
अन्य पार्टियां 54