फर्रुखाबाद: अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महा संघ की केन्द्रीय कार्यकारणी के निर्देश पर संगठन ने जिलाधिकारी के द्वारा प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी को सम्बोधित ज्ञापन सौपा| जिसमे परिषदीय विधालयो की शिक्षा मात्र भाषा में करने की मांग की गयी है| यह ज्ञापन संगठन ने देश भर के जनपदों के जिलाधिकारियो को सौपे है|
संगठन के जिलाध्यक्ष व कानपुर मण्डल के मंत्री संजय तिवारी ने दिये गये ज्ञापन में कहा है की नियमित शिक्षको की नियुक्ति कर शिक्षक पद शीघ्र भरने चाहिए| वही शिक्षको से गैर शैक्षिक कार्य न कराये जाने की भी बात कही है| इसके साथ एक जनवरी 2004 से पूर्व की पेंशन योजना बहाल की जाए| उन्होंने यह भी कहा की अनिवार्य शिक्षा अधिनियम की पूर्ण सफलता हेतु शिक्षा से जुड़े सभी घटकों तथा प्रशासन अभिभावक शिक्षक एवं छात्रों को समान उत्तरदायी माना जाए| बच्चों को नैतिक शिक्षा देने की व्यवस्था की जाए|
श्री तिवारी ने यह भी कहा की नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा देश भर के प्राथमिक शिक्षको को उपलब्ध कराए जाने के साथ साथ संगठन ने प्राथमिक शिक्षा राष्ट्र भाषा में करने आदि मांगो सहित 13 सूत्रीय मांगो का ज्ञापन जिलाधिकारी नरेन्द्र कुमार सिंह को सौपा|
संजय तिवारी ने बताया की राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश पर पुरे देश में यह ज्ञापन अभियान चलाया गया है| यदि मांगो पर विचार नही किया गया तो संगठन राष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाया जायेगा|
इस दौरान पी आर सिंह कश्यप, नरेन्द्र पाल सिंह, नरेश चन्द्र दुबे, संतोष कुमार, राकेश कुमार आदि मौजूद रहे|