अग्रसारण केंद्रों में ही जमा होगी प्राइवेट छात्रों की फीस

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200px-UPBoardइलाहाबाद : माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं को एक और राहत देने की तैयारी में है। इसके तहत प्राइवेट छात्र-छात्राओं को फीस जमा करने के लिए तहसील एवं बैंकों का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा। अब वह अग्रसारण केंद्र पर ही अपना निर्धारित शुल्क जमा कर सकेंगे। संबंधित केंद्र को ही छात्रों की फीस जमा करने की जिम्मेदारी निभानी होगी।

यूपी बोर्ड के हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट के व्यक्तिगत छात्रों को प्रवेश के लिए अब तक लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता रहा है। जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) जिले के राजकीय कालेज या फिर मान्यता प्राप्त वित्तविहीन स्कूल को प्राइवेट छात्रों के लिए अग्रसारण केंद्र बनाते रहे हैं। एक केंद्र को हाईस्कूल के करीब डेढ़ सौ और इंटरमीडिएट के ढाई सौ छात्रों को अग्रसारित करने का आदेश होता रहा है। अभी तक की प्रक्रिया में अग्रसारण केंद्र के प्रधानाचार्य संबंधित छात्र-छात्रा का चालान अग्रसारित करते थे। फिर छात्र को तहसील मुख्यालय या फिर स्टेट बैंक की शाखा में जाकर फीस जमा करनी होती थी। हाइस्कूल के व्यक्तिगत छात्र की फीस 106 रुपये 50 पैसे और इंटर की 156 रुपये 50 पैसे है। इसमें अग्रसारण, परीक्षा और अंकपत्र सभी जुड़ा है।

बोर्ड इस प्रक्रिया में बदलाव कर रहा है। अब छात्र-छात्राओं को बैंक या फिर तहसील जाकर फीस नहीं जमा करनी पड़ेगी, अग्रसारण केंद्र पर ही फीस जमा हो जाएगी और संबंधित कालेज आगे की औपचारिकता पूरी करेगा।

ज्ञात हो कि प्रदेश भर में करीब 600 से 700 अग्रसारण केंद्र बनेंगे। इस बदलाव की वजह यह है कि इस बार बोर्ड परीक्षा के फार्म आनलाइन भरे जाने हैं। अग्रसारण केंद्र जब छात्रों के आनलाइन फार्म भरवाएंगे तो साथ ही फीस जमा करने की जिम्मेदारी भी उठाएंगे। अब केवल व्यक्तिगत छात्रों की फीस अग्रसारण केंद्रों पर जमा होने के प्रस्ताव पर मुहर लगना शेष है। माना जा रहा है कि इसी हफ्ते शासन फीस जमा करने का पूरा कार्यक्रम जारी कर देगा। इस प्रस्ताव के लंबित होने के कारण आनलाइन फार्म भरने का निर्देश भी बोर्ड अभी तक नहीं दे पाया है।

माध्यमिक शिक्षा परिषद की सचिव शकुंतला यादव ने बताया कि प्राइवेट छात्रों की फीस अग्रसारण केंद्र में ही जमा करने का प्रकरण शासन में लंबित है। संभव है कि मंगलवार तक इस संबंध में आदेश जारी हो जाए, इसके पहले और कुछ कहना ठीक नहीं है। बोर्ड ने पूरी तैयारी कर ली है, केवल आदेश का इंतजार है।

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