राकेश बहादुर को रिपोर्ट करेंगी अनीता सिंह

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rakesh-bahadur IASलखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सचिवालय यानी पंचम तल पर प्रमुख सचिव, सचिव और विशेष सचिवों के कामकाज में नये सिरे से बंटवारा किया गया है। विशेष सचिवों को कुछ महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गयी है।

पंचम तल पर तैनात सभी विशेष सचिवों को महत्वपूर्ण मामलों में सचिवों को पत्रावली सौंपे जाने के निर्देश दिए गए हैं, जबकि सभी सचिव अनीता सिंह के समक्ष अपनी पत्रावली प्रस्तुत करेंगे। प्रमुख सचिव अनीता सिंह सभी महत्वपूर्ण मामलों में प्रमुख सचिव राकेश बहादुर को रिपोर्ट करेंगी।

मुख्यमंत्री के पूर्व प्रमुख सचिव राकेश गर्ग के सभी विभागों को प्रमुख सचिव राकेश बहादुर देखेंगे। प्रमुख सचिव अनीता सिंह को नियुक्ति, कार्मिक, सतर्कता, गृह, कारागार और प्रशासनिक सुधार का दायित्व दिया गया है। सचिव पार्थसारथी सेन शर्मा के पास उच्च शिक्षा, औद्योगिक विकास, माध्यमिक और बेसिक शिक्षा का दायित्व रहेगा, जबकि शंभू यादव को गन्ना, वन, पर्यावरण, पीडब्लूडी, सिंचाई और आबकारी का दायित्व दिया गया है। विशेष सचिव रिग्जियान को राजस्व, आइटी और विज्ञान, अमित गुप्ता को केंद्र सरकार से सम्बंधित मामलों के अलावा, ग्राम्य विकास, महिला व समाज कल्याण, नवीन कुमार को परिवहन, न्याय, सहकारिता और पंचायती राज तथा जगदेव को भी कई महत्वपूर्ण विभाग दिए गए हैं। विशेष सचिव रिग्जियान सेंफल सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा, विशेष सचिव अमित कुमार सचिव आमोद कुमार तथा विशेष नवीन कुमार सचिव शंभूनाथ को अपनी रिपोर्ट देंगे।
सचिव बने रहेंगे एसपी सिंह

आइएएस एसपी सिंह को राज्य सरकार ने सात महीने के लिए विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) व सचिव पद पर पुनर्नियुक्ति देने का निर्णय किया है। 60 वर्ष की आयु पूरी होने पर सिंह आज सेवानिवृत्त हो रहे हैं। नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग ने सिंह के 28 फरवरी 2015 तक पुनर्नियुक्ति का आदेश जारी किया है। सिंह वर्तमान में चार पदों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। नगर विकास, नगरीय रोजगार व गरीबी उन्मूलन के साथ ही अल्पसंख्यक कल्याण और वक्फ विभाग के सचिव के अलावा सिंह के पास सूडा के निदेशक पद का दायित्व भी है। वैसे प्रांतीय सिविल सेवा (पीसीएस) और भारतीय प्रशासनिक सेवा (आइएएस) के कई अफसर गुरुवार को सेवानिवृत्त होंगे। 31 जुलाई को सेवानिवृत्त होने वाले पीसीएस अधिकारियों में राष्ट्रीय एकीकरण विभाग के विशेष सचिव पद पर तैनात हरिशंकर पांडेय का नाम भी शामिल है। पांडेय ने आइएएस में पदोन्नति लेने से इनकार कर दिया था।
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