डेस्क: उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी-2014) की दूसरी परीक्षा नवंबर में होने की पूरी संभावना है। इसकी तैयारियां सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय उत्तर प्रदेश, इलाहाबाद में जोरशोर से शुरू हो गयी है। यह परीक्षा पहले दिसम्बर में संभावित थी लेकिन भीषण कोहरे को देखते हुए यह परीक्षा नवंबर के दूसरे या तीसरे हफ्ते में किसी भी दिन कराने की तैयारियां चल रही है। इस बार टीईटी की परीक्षा में करीब 10 लाख अभ्यर्थियों के शामिल होने की संभावना है। टीईटी का परीक्षा परिणाम दो माह के अंदर घोषित कर अभ्यर्थियों को सार्टिफिके ट प्रदान कर दिया जायेगा। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि दूसरी टीईटी परीक्षा कराने की तैयारियां शुरू हो गयी है। परीक्षा के लिए आनलाइन आवेदन अगस्त के तीसरे हफ्ते से लेने की तैयारियां है। वह किस तारीख से शुरू होकर, कब तक लिया जायेगा, संशोधन सहित अन्य तिथियां तय हो गयी है। बस, शासन से मंजूरी मिलते ही अभ्यर्थियों से आन लाइन आवेदन लेना शुरू कर दिया जायेगा।
वहीं दूसरी ओर प्रश्नपत्रों को तैयार करने के लिए शिक्षाविदें की टीम को लगा दिया गया है। इस बार पूरी कोशिश की जा रही है कि प्रश्नपत्र तैयार होने के बाद उसका तीन स्तरों पर परीक्षण होगा जिससे कि परीक्षा के बाद अभ्यर्थियों से आनलाइन गलत प्रश्न या उत्तर लेने की स्थिति न बनने पाये। टीईटी परीक्षार्थियों की बढ़ती हुई भीड़ को देखते हुए परीक्षा केन्द्रों पर भी विशेष निगाह रखी जा रही है। जो भी दागी विद्यालय होंगे उनको परीक्षा केन्द्र नहीं बनाया जायेगा बल्कि उनके स्थान पर नये परीक्षा केन्द्र बनेंगे। पूरी कोशिश है कि सभी परीक्षा केन्द्र शहरी क्षेत्र में हो जिससे कि प्रश्नपत्र और अफसरों को जांच के लिए पहुंचने में परेशानी न होने पाये। अभी करीब 12 हजार परीक्षा केन्द्रों के अधिग्रहण की तैयारियां चल रही है। इनको भी शीघ्र फाइनल कर लिया जायेगा।
उधर, प्रभारी सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी श्रीमती नीना श्रीवास्तव ने बताया कि टीईटी परीक्षाएं कराने की तैयारियां चल रही है लेकिन शासन को परीक्षा का प्रस्ताव अभी तक नहीं भेजा गया है। संभावना है कि परीक्षा की तिथि सहित अन्य कार्यक्रमों के लिए शासन को शीघ्र प्रस्ताव भेजा जायेगा। उन्होंने बताया कि इस बार टीईटी की परीक्षा में अभ्यर्थियों की संख्या ज्यादा रहेंगी।
बीटीसी के शेष अभ्यर्थियों की दूसरी काउंसलिंग आज :
बीटीसी के अभ्यर्थियों की सहायक अध्यापक पद पर भर्ती के लिए दूसरी काउंसलिंग सोमवार को सुबह 10 बजे से सर्व शिक्षा अभियान मम्फोर्डगंज में होगी। इलाहाबाद जिले में बीटीसी की सौ सीटें थी। शेष 28 सीटों के लिए काउंसलिंग सोमवार को होगी। बीएसए राजकुमार ने बताया कि सभी अभ्यर्थी अपने मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्रों,उनकी छाया प्रति और रंगीन फोटो के साथ समय से काउंसलिंग में शामिल हो। अभ्यर्थियों का बीटीसी, विशिष्ट बीटीसी, बीटीसी उर्दू और टीईटी परीक्षा पास होना जरूरी है। कहा कि जो भी अभ्यर्थी समय से काउंसलिंग में शामिल नहीं होंगे उनकी नियुक्ति न हो पाने के लिए वह स्वयं जिम्मेदार होंगे। शिक्षामित्रों की तैनाती को काउंसलिंग शुरू : शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक की तरह तैनाती के लिए काउंसलिंग रविवार को सुबह 10 बजे से सर्व शिक्षा अभियान मम्फोर्डगंज में शुरू हो गयी है। पहले दिन विकलांग महिला और पुरूष अभ्यर्थियों की काउंसलिंग हुई। इन लोगों से शैक्षिक प्रमाण पत्र सहित अन्य प्रमाण पत्र जमा कराये गये। यह काउंसलिंग सोमवार और बुधवार को भी होगी। बीएसए राजकुमार ने बताया कि सभी शिक्षामित्रों की काउंसलिंग 31 जुलाई तक करने के बाद उनकी सहायक अध्यापक पद पर नियुक्ति की जानी है।
गणित-विज्ञान शिक्षकों की तीसरी काउंसलिंग शीघ्र :
जूनियर हाईस्कूल के गणित और विज्ञान की दूसरी काउंसलिंग में मेरिट अधिक होने से करीब 15 हजार से अधिक सीटे रिक्त रह गयी है। इनको भरने के लिए शीघ्र तीसरे काउंसलिंग होने जा रही। इसके तिथि की घोषणा एक-दो दिनों में हो जायेगी। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव संजय सिन्हा ने बताया कि सभी जिलों से दूसरी काउंसलिंग का विवरण आने के बाद ही तीसरी काउंसलिंग के लिए तिथि और समय तय हो पायेगा। उन्होंने बताया कि मेरिट अधिक होने की वजह से काउंसलिंग में अधिक अभ्यर्थी शामिल नहीं हो पाये जबकि काउंसलिंग में शामिल होने के लिए पांच गुना अधिक अभ्यर्थियों को बुलाया गया था। गणित और विज्ञान के 29334 पदों के लिए पहली काउंसलिंग में 7521 अभ्यर्थी शामिल हुए थे जबकि दूसरी काउंसलिंग में भी करीब 2500 अभ्यर्थी शामिल हुए है। इस प्रकार से करीब 19 हजार गणित और विज्ञान के शिक्षकों की सीटें अभी रिक्त है। उन पर शिक्षकों की तैनाती के लिए शीघ्र काउंसलिंग होगी।
करीब 10 लाख अभ्यर्थी परीक्षा में होंगे शामिल शिक्षाविदें की टीम तैयार कर रही प्रश्नपत्रों को परीक्षा का तैयार हो रहा प्रस्ताव : प्रभारी सचिव
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