रुद्रप्रयाग:उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा के एक साल बाद भी हादसे के शिकार लोगों के निशान मिलना जारी हैं। शुक्रवार देर शाम केदारनाथ के पास जंगलचट्टी में 12 नरकंकाल मिले। रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी डॉ. राघव लंगर ने कंकाल मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि शनिवार को इन कंकालों का डीएनए सुरक्षित रख अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा।
इससे पहले गौरीकुंड से एक पुलिस टीम मौके पर भेजी गई। जिलाधिकारी ने बताया कि टीम आसपास के क्षेत्र में तलाशी अभियान चला रही है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि आपदा का प्रभाव बड़े क्षेत्र में था और लापता लोगों की खोज के लिए अभी भी पुलिस उप महानिरीक्षक के नेतृत्व में तलाश जारी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ऐसा दावा कभी नहीं किया कि प्रभावित क्षेत्र में अब कोई कंकाल नहीं है। खबरिया चैनलों पर ये समाचार प्रसारित होते ही शुक्रवार को प्रशासन सकते में आ गया। रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक बीजे सिंह ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है और गौरीकुंड से एक पुलिस टीम जंगलचट्टी भेजी गई, जिसने नरकंकाल मिलने की पुष्टि की है। गौरतलब है कि बीते साल जून में केदारनाथ में आई प्राकृतिक आपदा में करीब चार हजार लोग लापता हो गए थे।