नई दिल्ली: अपनी तरह के एक महत्वपूर्ण फैसले में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इस बार वोट न देने का निर्णय लिया है। राष्ट्रपति ने ये निर्णय सांकेतिक रूप से खुद को निष्पक्ष दिखाने के लिए लिया है। इसके जरिए वो एक मैसेज देना चाहते हैं कि उनके लिए देश के सभी दल बराबर हैं और उनमें से कोई भी उनका पसंदीदा दल या नापसंद दल नहीं है।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का नाम दक्षिणी कोलकाता की वोटर लिस्ट में दर्ज है। पहले उन्होंने डाक मतपत्र के माध्यम से अपना वोट डालने की पूरी तैयारी कर ली थी, लेकिन सभी पार्टियों के बीच अपनी निष्पक्षता दिखाने के लिए ऐन मौके पर उन्होंने वोट ना डालने का फैसला किया है। राष्ट्रपति के प्रेस सचिव राजमुनि ने इस बात की पुष्टि की है।
कोलकाता में 12 मई को आखिरी चरण में मतदान होना है। इस सीट पर कांग्रेस से माला रॉय उम्मीदवार हैं वहीं उनके खिलाफ बीजेपी के राज्य अध्यक्ष तथागत रॉय मैदान में हैं। तृणमूल कांग्रेस ने यहां से मौजूदा सांसद सुब्रत बख्शी को और सीपीआई-एम ने प्रोफेसर नंदिनी मुखर्जी को मैदान में उतारा है।
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