लोहिया अस्पताल के रैनबसेरा में भूतो का बसेरा,6 महीने में ही टूटने लगा भवन

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rain bseraफर्रुखाबाद : लोहिया अस्पताल में आपात कालीन विभाग के ठीक सामने बना रैन बसेरा बिरान हो गया है | महीनो से उसमे झाड़ू तक नही लगी है | और वही मरीजो के साथ आये तिमारदार इधर उधर भटकते रहते है | वही घटिया निर्माण के चलते भवन 6 महीने में ही जर्जर होने की स्थिति में है | और विभाग लाखो रूपये की लागत से बने भवन की जर्जर हालत को सुधरने की जगह हाथ में हाथ डाले बैठा है |
rain bsera 2वर्ष 2011- 12 में राज्य सभा सांसद महेन्द्र मोहन की निधि से भवन तैयार किया गया था | मकसद था की दूरदराज से आने वाले मरीज के तीमारदार रात इधर गुजार सके | बीते 9 जुलाई 2013 को भवन का लोकार्पण जिलाधिकारी पवन कुमार के माध्यम से कराया गया | पहले तो भवन के गेट पर ताला डाल दिया गया | और काफी समय तक नही खुला वही मीडिया का दवाब पड़ने के बाद भवन का ताला तो खोल दिया गया लेकिन घटिया निर्माण के चलते भवन की दीवारे दरकने लगी है |
रात में अस्पताल आसपास घुमने बाले पागल भवन का गेट अन्दर से बंद कर के तरह तरह की आवाजे निकलते है | जिससे रात के अधेरे में निकलने बाले लोग डर जाते है |
बीती रात भी भवन में पागल ने घुसने के बाद अजीब किस्म की आबाज निकली जिससे उधर से गुजर रही बीबीगंज निवासी पंकज की पत्नी सुनीता बुरी तरह डर गयी | और शोर मचा दिया की भवन के अन्दर बहुत है | जिससे रात तकरीवन 11 बजे रैन बसेरा से पास भीड़ लग गयी | बाद में लोगो ने जैसे तैसे गेट खुलवाया तो पता चला की अंदर अधेरे में पागल था |
इस सम्वन्ध में लोहिया अस्पताल के सीएमएस एके मिश्रा ने जेएनआई को बताया की रैन बसेरा में लगर बल्ब के होल्डर व अन्य सामान लोगो ने निकाल ;लिए इस लिए उसे चालू नही कराया गया | सफाई के नाम पर सीएमएस बगले झाकते रहे |