फर्रुखाबाद: तीस साल बाद उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से बेहमई कांड दुहराया गया है| एक शिक्षिका से असलहों के बल पर सामूहिक दुष्कर्म के मामले में 16 लोगों के खिलाफ न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ है। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। अगर घटना में सच्चाई वही उजागर होती है जो आरोप शिक्षिका ने लगाये है तो एक बार फिर से 30 साल पुरानी फूलन देवी की कहानी ताजा हो जाएगी जब ठाकुरो ने फूलन देवी के साथ किया था| उसे बेहमई कांड के नाम से जाना जाता है|
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फर्रुखाबाद शहर के मोहल्ला पटेल नगर निवासी शिक्षिका की ग्राम मंझना निवासी रामरक्षपाल से मुकदमे की रंजिश चल रही है। 16 अप्रैल 2014 को दोपहर वह स्कूटी से परीक्षा ड्यूटी कर वापस घर जा रहीं थी। नवाबगंज-फर्रुखाबाद रोड पर बने ग्राम सचिवालय के समीप पहले से मौजूद रामरक्षपाल एवं उनके साथियों ने तमंचे के बल पर शिक्षिका को रोक लिया और उन्हें खींचकर ग्राम सचिवालय में ले गये। आरोपियों ने उनके साथ दुष्कर्म करने के बाद हत्या करने के इरादे से उनकी नसों को ब्लेड से काट दिया। शिक्षिका को लगभग आठ घंटे सचिवालय में बंधक बनाकर रखा गया। आरोपी जान से मारने की धमकी देकर चले गये। पीड़िता ने पुलिस और उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र दिया। कार्रवाई न होने पर न्यायालय की शरण ली। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने रामरक्षपाल, चिरौंजीलाल, बलवीर सिंह, राजीव कुमार, पंकज कुमार, पिंटू एवं रामनिवास निवासी मंझना, राजेश कुमार, रामसिंह, रामनाथ, रामनिवास, अशोक कुमार, मुन्नालाल, अवधेश कुमार, विनोद कुमार एवं रामेश्वर निवासी भरतपुर थाना मोहम्मदाबाद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।