फर्रुखाबादः दुर्घटना में मारे गए फोटोग्राफर का अंतिम संस्कार होने को लेकर उसकी पत्नी ने आपत्ति लगा दी। कई घंटे शव अंतिम संस्कार के इंतजार में श्मशान घाट पर रखा रहा।
फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला कुटरा कालोनी निवासी फोटोग्राफर नीलू कटियार पुत्र विजय लाल कटियार की पत्नी मोनी होली के दो दिन बाद 19 मार्च को पति से विवाद होने पर ससुराल छोड़कर अपने मायके बर्रा-5 कानपुर चली गई। जिसे वापस बुलाने के लिए नीलू कटियार बाइक से कानपुर की तरफ जा रहे थे तभी इनकी गुरसहायगंज के निकट मार्ग दुर्घटना में मौत हो गई। नीलू कटियार की मौत की खबर उसकी पत्नी मोनी को दी गई। कन्नौज पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। आरोप है कि उसकी पत्नी ने मृतक पति को पहचानने से इनकार कर दिया था और वापस चली गई थी। इसके बाद मृतक नीलू के शव को परिजन घर ले आए। शुक्रवार को उसका अंतिम संस्कार करने जैसे ही परिजन घटियाघाट स्वर्गधाम पहुंचे तो पुलिस ने शव का अंतिम संस्कार होने से रोक दिया। दरअसल मोनी ने पुलिस कंट्रोल रूम पर फोन करके ससुरालीजनों पर यह आरोप लगाया कि उसके पति के शव को दिखाना नहीं चाहते हैं इसलिए अंतिम संस्कार कर रहे है। पुलिस ने विवाहिता के आधार पर शव का अंतिम संस्कार रुकवा दिया। तकरीबन दो घंटे तक शव गंगाघाट पर अंतिम संस्कार के इंतजार मेंरखा रहा। दो घंटे बाद विवाहिता परिजनों के साथ गंगाघाट पहुंची और इसके बाद शव का अंतिम संस्कार किया जा सका।