सलमान खुर्शीद का मुस्लिमो को एकजुट करने का कामयाब डायलॉग- “वे नपुंसक है”

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Salman Khurshid Farrukhabadफर्रुखाबाद: वैसे तो सलमान खुर्शीद एक शालीन और मझे हुए राजनैतिक व्यक्ति है| मोदी को नपुंसक कहना या फिर पसमांदा मुसलमानो के लिए अलग से आरक्षण की बात करना मुस्लिम वोट बैंक को सहेजने के सिवाय कोई अलग घटना नहीं है| उत्तर प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनावो में उन्होंने पसमांदा मुसलमानो को अलग से आरक्षण देने की बात कह कर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के वोटो में 2 फ़ीसदी इजाफा कराया था| मोदी को नपुंसक कहना भी इसी कड़ी का एक हिस्सा है इससे ज्यादा कुछ नहीं|

मीडिया पर एक दो दिन तक सलमान की अमर्यादित भाषा को लेकर कवरेज बनेगा और सन्देश देश की जनता तक पहुच जायेगा| कांग्रेस का मुस्लिम चेहरा बनने की उन्ही चाहत पिछले विधानसभा चुनाव से शुरू हुई थी जो अब देशव्यापी हो जायेगी| इससे ज्यादा कुछ नहीं| सबसे पहले अपने संसदीय क्षेत्र के मुसलमानो में उनके इस व्यक्तव को लेकर उत्साह उमड़ेगा| समाजवादी पार्टी लाख कोशिशो के बाबजूद मुसलमानो को अपनी डोर में बांधने में कामयाब नहीं हो पायेगी| और मुसलमान सलमान के साथ रहेगा| वोटो के बटबारे में सलमान खुर्शीद ने नया दाव खेला है| ऐसा नहीं है| केवल शब्द नए है स्टाइल पुराना है| पहले चुनाव आयोग में शिकवा शिकायत के चलते पसमांदा मुसलमानो को अलग से आरक्षण देने की बात पूरे चुनाव छाई रही| अबकी आचार संहिता से पहले ही नरेंद्र मोदी को नपुंसक कह कर मुसलमानो को खुश करने की कवायद है| इससे ज्यादा कुछ नहीं|

सलमान खुर्शीद बखूबी मीडिया को इस्तेमाल करना जानते है| शब्दो के चयन करना और उन्हें कहने का कानूनी अंदाज निकलना भी एक वकील होने के नाते सलमान बखूबी जानते है| एक ही डायलॉग से मुसलमानो में सलमान खुर्शीद कांग्रेस में मुसलमान नेता के तौर पर छाने लगेंगे और देर तक टीवी पर बजेंगे| मुश्किल भाजपा के लिए नहीं है| समाजवादी पार्टी के लिए होने वाली है| भाजपा भी जानती है कि ध्रवीकरण में मुसलमान उनके साथ कभी नहीं आएगा| समाजवादी पार्टी का यादव मुस्लिम समीकरण गड़बड़ा जायेगा| कुल मिलाकर मोदी को नपुंसक कहकर सलमान खुर्शीद ने मोदी के कंधे पर बन्दूक रखकर निशाना समाजवादी पार्टी को बनाया है| टीवी में बात भाषा और उसकी मर्यादा तक छाया रहेगा| इससे ज्यादा कुछ नहीं| सलमान खुर्शीद को राजनीती का कादर खान कह सकते है जो अपने डायलॉग खुद लिखते है और खुद ही बोलते है| इस बार भी डायलॉग सलमान का है और बोलने वाले भी वही है जाहिर है फायदा भी सलमान खुर्शीद को ही मिलने वाला है कांग्रेस के अंदर भी और बाहर भी| इससे ज्यादा कुछ नहीं|