फर्रुखाबाद: अखिल भारतीय युवा शक्ति संगठन और अमर ज्योति एशोसिएशन ने सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर सभा की| नेताजी की ११७ वी जयंती पर युवाओ में एक बार फिर से जोश दिखा| इस मौके पर आम आदमी पार्टी ने भी कार्यक्रम का आयोजन किया|
युवा शक्ति संगठन ने नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर मिठाई बाटी| नगर अध्यख मोहित गुप्ता ने कहा कि युवाओ को नेताजी के पद चिन्हो पर चल कर देश के लिए काम करना चाहिए| इस मौके पर संगठन के शक्ति सिंह, वी पी चौहान, तनु कुदेशिया, मनीष पल, सुमित सक्सेना, दुर्गेश यादव आदि युवा मौजूद रहे|
अमर ज्योति एसोसिएशन की ओर से गुरुवार को मसेनी चैराहे के निकट श्रीरामनगर स्थित प्रधान कार्यालय पर महान क्रांतिकारी नेता जी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि डा0 श्रीकृष्ण गुप्ता ने नेताजी की प्रतिमा पर पुष्पार्चन और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
[bannergarden id=”11″]
मुख्य अतिथि ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस अद्भुत प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया। उन्होंने कहा कि अंग्रेज नेताजी की प्रतिभा के सामने अपने आपको बौना समझते थे। सुभाष चंद्र बोस ने पहली आईसीएस परीक्षा पास की थी। इसके बावजूद उनका मन नौकरी में नहीं लगा और वे स्वतंत्रता आंदोलन में कूद गए। इसी बीच नेताजी ने आज़ाद हिन्द फौज का गठन किया। नृपेन्द्र पाण्डेय ने कहा कि अमर शहीदों की जीवनगाथा से हम सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए। यतेन्द्र सिंह चैहान ने कहा कि हम तो नेताजी के कृत्यों से काफी प्रभावित हैं।
[bannergarden id=”8″]
टैक्स बार एसोसिएशन के महासचिव रामजी वाजपेयी ने कहा कि नेताजी महान विभूतियों में गिने जाते हैं लेकिन दुर्भाग्य ये है कि भारत सरकार ने नेताजी की कुर्बानी को तरज़ीह नहीं दी। यही वजह है कि उनकी जयंती के दौरान कोई भी कार्यक्रम सरकारी स्तर पर नहीं किया जाता है। इस मौके पर अध्यक्ष विष्णुनारायण दीक्षित, उपाध्यक्ष कौशलेन्द्र पाण्डेय, महासचिव प्रमोद कुमार तिवारी, स्वदेश त्रिवेदी, अवनीश दीक्षित, अखिलेश चंद दीक्षित, चंदन कटियार, वीर बहादुर सिंह, रजनीश पाण्डेय, प्रणव द्विवेदी, अरुण दुबे उर्फ बाबा, प्रवेश सिंह, आशुतोष तिवारी, नरेश चंद्र शर्मा, अनिल तिवारी व बीरू पाण्डेय समेत काफी लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मेजर विक्रम सिंह यादव व संचालन शिवशरण मिश्र ने किया।
[bannergarden id=”17″]