“आप” के ऐनुल हसन का आरोप- भ्रष्टाचार के विरुद्ध जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में

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फर्रुखाबाद: भ्रष्टाचार के विरुद्ध अन्ना हजारे और अरविन्द केजरीवाल द्वारा छेड़ी गयी जंग की गूँज अब दिल्ली से दूरदराज गाव में भी सुनायी पड़ रही है| उत्तर प्रदेश में खालिस जाति धर्म की राजनीति करने वाले नेताओ के सुर भी भ्रष्टाचार के मुद्दे की ओर घूम गए है| कल ही शिवपाल सिंह यादव सहकारी बैंक के एक कार्यक्रम में भ्रष्टाचार करने वालो के खिलाफ लोकसभा चुनाव के बाद कड़ी कार्यवाही की बात मंच से कह रहे थे| ये बात और है कि वे सवाल भी जनता के बीच छोड़ गए कि “भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्यवाही चुनाव से पहले क्यों नही?”| जिले में जनता के काम न करने और उनकी सुनवाई न करने का ठीकरा भी वे अधिकारियो पर फोड़ रहे थे| सभा में बैठे लोग ताली किस बात पर बजा रहे थे ये समझ में नहीं आया| न तो जनपद में किसी भ्रष्टाचार पर कोई कार्यवाही हो रही है और न ही भ्रष्टाचार करने वालो पर जिला प्रशासन कोई शिकंजा कस रहा है| और न ही कोई सत्ताधारी नेता ऐसा मन्तव्य प्रगट करता नजर आया| काफी साफ़ सूत्र राजनीति करने वाले नेता सतीश दीक्षित के मुख मंडल से भी इस मुद्दे पर कोई भाषण सुनने को नहीं मिलता| फिर भी भीड़ ताली बजा रही थी| भीड़ जिंदाबाद के नारे लगा रही थी| राहुल गाँधी को भी भ्रष्टाचार मुद्दा है तब समझ में आया जब चार प्रदेशो में लुटिया डूब गयी| आदतन सभी की तारीफ करने वाले कांग्रेसी नेता और पूर्व विधायक महरम सिंह ने जिला प्रशासन की तारीफ कई बार की तो मंच पर उनके बाद बोलने पहुचे प्रदेश के मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने जिला प्रशासन के काम को संतोषजनक बताकर तारीफ की| मगर ये तारीफ किस मायने में थी इस बाद का मुद्दा आज आम आदमी पार्टी की बठक में उठा|
AAP Farrukhabad
तीन बार आमरण अनशन पर बैठ चुके आर टी आई एक्टिविस्ट ऐनुल हसन के द्वारा फर्जी मदरसा प्रकरण कि जाँच कि मांग उठाये जाने और उसके बाद हुई सरकारी जाँच में भी फर्जीवाड़ा पाए जाने के कई महीने बीत जाने के बाद भी दोषियों के विरुद्ध FIR तक दर्ज नहीं करायी जा सकी| यही नहीं मुख्यमंत्री के जनता दरबार से आये पत्र पर भी जिला प्रशासन मुकदमा नहीं लिखा सका| भ्रष्टाचार मामले में शिकायतो पर कोई कार्यवाही जिला प्रशासन ने नहीं कि| अलबत्ता पहला अनशन जाँच के लिए करना पड़ा| | अनशन के बाद हुई जाँच में फर्जीवाड़ा पकडे जाने के बाद भी फर्जीवाड़ा करने वालो के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्यवाही नहीं हुई तो ऐनुल हसन को फिर अनशन पर बैठना पड़ा| इसके बाद उन्हें मुकदमा लिखाने का आश्वासन दिए जाने के बाद भी कोई FIR नहीं हुई| जिला अल्पसंख्यक अधिकारी को सरकारी नियमो के विपरीत हुए फर्जीवाड़े का मुकदमा लिखना है| पुलिस को लिखना है| दो मुकदमे फर्जी मदरसा संचालक के विरुद्ध तहसीलदार सदर को सरकारी जमीन हड़पने के लिखाने है| मगर अब तक दोषी के विरुद्ध कोई मुकदमा नहीं| यही नहीं उन्हें अदालत जाने का भरपूर मौका गया| लिहाजा प्रशासन कि लचर पैरवी के कारण भ्रष्टाचार करने वाला स्टे ले आया| मगर जिन मुद्दों पर अदालत से स्टे नहीं मिला उन फर्जीवाड़ों पर भी मुकदमा जिला प्रशासन नहीं लिखा रहा है| और प्रदेश के काबीना मंत्री शिवपाल सिंह यादव जिला प्रशासन के कामकाज को संतोषजनक बता रहे है और तारीफ कर रहे है| भ्रष्टाचार के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की बात करके जनता को मात्र गुमराह करने का आरोप आज आप पार्टी की मीटिंग में वक्ताओं ने लगाया| आप ने कहा कि अगले चुनाव में जनता भ्रष्ट नेताओ को किनारे लगा देगी|

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दिल्ली में आप की विजय के बाद हुई बैठक में आज कुछ रौनक ज्यादा दिखाई पड़ी| सर्दी होने के बाबजूद कार्यकर्ताओ की संख्या में भी इजाफा दिखाई पड़ा| बैठक में गाँव गाँव पार्टी के सदस्यता अभियान को तेजी से चलाने की और जनता के मुद्दों को हल कराने के लिए संघर्ष करने की भी चर्चा हुई| बैठक में आर टी आई एक्टिविस्ट और पार्टी के नए सदस्य रिटायर अध्यापक राजेपुर सराय मेदा के ऐनुल हसन ने भी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा की अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लोकपाल बिल पास करा लिया| संसद देश की सर्वोच्च संस्था है इसकी भी सफाई जरुरी है| लोकतंत्र में विधायिका भी साफ़ सुथरी हो इसके लिए अरविन्द केजरीवाल अपना योगदान कर रहे है| अब देश की संसद और राज्यों के विधानसभाओ में को भी भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए संघर्ष करना होगा|