मुंबई: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में आयोजित ‘महागर्जना रैली’ को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम गुजरातवासियों के लिए मुंबई दूसरा गढ़ है। मैं हमेशा अनुभव करता हूं कि गुजराती भाषा का जितना लालन-पालन मुंबई में होता है, ऐसा लगता है कि मुंबई गुजराती भाषा का मायका है। पहले हम एक ही राज्य के हिस्से थे, महाराष्ट्र बड़ा भाई है, गुजरात छोटा भाई है। मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत मराठी में किया।
मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश की सारी समस्याओं का जड़ कांग्रेस है और कांग्रेस का चरित्र समझने में ही देश का भला है। कांग्रेस सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करती है, उसे बाहर का रास्ता दिखाना होगा।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र से अलग होकर गुजरात राज्य बनने के बाद सवाल था कि गुजरात का विकास कैसे होगा। गुजरात के पास न तो प्राकृतिक संसाधन था और न ही उद्योग-धंधे, एक तरफ रेगिस्तान तो दूसरी तरफ पाकिस्तान। इतने सालों में गुजरात में 14 मुख्यमंत्री हुए, जबकि महाराष्ट्र में 26 मुख्यमंत्री हुए।
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मोदी ने कहा, कांग्रेस ने लोगों पर टैक्स का बोझ डाला है। हिन्दुस्तान के बच्चे-बच्चे को पता है कि देश के लुटेरों ने कालाधन स्विस बैंकों में जमाकर रखे हैं। हिन्दुस्तान के बच्चे-बच्चे को पता है कि देश के लुटेरों ने कालाधन स्विस बैंकों में जमाकर रखे हैं, अगर हिम्मत है तो कालेधन को वापस लाकर दिखाओ।
मोदी ने कहा कि मीडिया में यह खबर प्रमुखता से चली कि मुंबई की रैली के लिए चाय वालों को खास न्योता दिया गया। मोदी ने कहा कि हमारे लिए हर गरीब आदमी वीआईपी है, सिर्फ चाय वाले ही नहीं। उन्होंने कहा कि टीवी पर मोदी न दिखें, इसके लिए भी कोशिशें की जाती हैं। उन्होंने कहा, कांग्रेस के मित्रो नरेंद्र मोदी टीवी पर हो न हो, देशवासियों के दिलों पर जगह बना ली है। मोदी ने कहा, देश का नौजवान निराशा के गर्त में है, बेरोजगारी ने युवाओं को परेशान कर रखा है, लेकिन केंद्र सरकार की योजनाओं में युवाओं के लिए कोई स्थान नहीं है।
नरेंद्र मोदी की रैली को सफल बनाने के लिए बीजेपी ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया। इस रैली के जरिये मोदी का मकसद पिछले 15 सालों से महाराष्ट्र में सत्ता पर काबिज़ कांग्रेस-एनसीपी की सत्ता में सेंध लगाना है।
मुंबई में रैली के लिए पहुंचे नरेंद्र मोदी की मोम की एक प्रतिमा का भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने अनावरण किया। इस मौके पर खुद मोदी भी मौजूद थे। मुंबई में नरेंद्र मोदी की रैली के स्थान पर लगे पोस्टर भी अपनी एक कहानी बयां करते दिखाई दिए। इन पोस्टरों में मोदी के साथ राजनाथ सिंह, राजीव प्रताप रुडी और स्थानीय बीजेपी नेता तो दिखाई दिए, लेकिन अटल−आडवाणी इन पोस्टरों से नदारद रहे।
मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में होने वाली इस रैली में भीड़ जुटाने के लिए बीजेपी ने पांच हजार बसों के साथ-साथ 21 ट्रेनें भी बुक की, ताकि राज्य के दूसरे हिस्से से भी लोगों को यहां लाया जा सके।