बीडीसी उपचुनाव गडबडी : शिक्षको पर एफआईआर का शिक्षक संघ ने किया विरोध

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KAIMGANJ (FARRUKHABAD) : बीडीसी उपचुनाव में गडबडी होने के बाद उपजिलाधिकारी व आरओ ने दोनों पीटासीन अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिये थे, इसी को लेकर शिक्षक संघ के जिलामंत्री, ब्लाकमंत्री तथा ब्लाक अध्यक्ष उपजिलाधिकारी से मिले और एफआईआर के सम्बन्ध में बात की।teacher poltician
बुधवार को तहसील पहुंचे शिक्षक संघ के जिलामहामंत्री राजकिशोर शुक्ला, ब्लाकमंत्री लईक मुहम्मद खां, ब्लाक अध्यक्ष अर्वेन्द्र यादव तथा तमाम शिक्षकों ने उपजिलाधिकारी प्रहलाद सिंह से मिलकर 227 नम्बर बूथ पर तैनात पीटासीन अधिकारी उदय नारायण के सम्बन्ध में बात की। इस दौरान शिक्षक संघ ने कहा कि उदय नारायण पर लगाये गये आरोप व लिखायी जा रही एफआईआर निराधार है। जिस पर उपजिलाधिकारी ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया शिक्षकों के हवाले चलती चली आ रही है, इस घटना ने मेरा सर नीचा किया है, जो व्यक्ति गलत करेगा, उसे बक्शा नहीं जायेगा।

जिस पर शिक्षक संघ ने कहा कि पीटासीन अधिकारी उदय नारायण ने मतदान पेटिका सील बंद दी थी और जो 22 वोट इनकी मत पेटिका में से ज्यादा निकले हैं उन पर उदय नारायण के हस्ताक्षर नहीं हैं बल्कि 228 नम्बर बूथ संख्या में तैनात पीटासीन अधिकारी राजेन्द्र सिंह के हैं। जिस पर उपजिलाधिकारी ने कहा कि चुनाव की वोटों की जिम्मेदारी पीटासीन अधिकारी की होती है पीटासीन अधिकारी को चुनाव शुरू होने से पहले वैलेट पेपर, मतपेटिका आदि तमाम चीजों को देखना पडता है और चुनाव होने के बाद जब मत पेटिकाओं को सील किया जाता है तब मुख्य रूप से पूरी जिम्मेदारी पीटासीन अधिकारी की होती है।

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उदय नारायण की पेटिका पूरी तरह सील नहीं थी। जिसको लेकर प्रत्याशियों के एजेन्टों ने हंगामा खडा कर दिया, जब हकीकत सामने आयी तो पता चला कि मतपेटिका पूरी तरह सील नहीं थी। उपजिलाधिकारी ने कहा कि इस सम्बन्ध में मेरी कोई अब भूमिका नहीं रही है और यह प्रकरण अब आईओ देख रहे हैं। इस सम्बन्ध में आप लोग आईओ से बात करें। इस पर शिक्षक संघ ने कहा कि समस्त शिक्षक हस्ताक्षरित रिपोर्ट आयोग को भेजेगे। शिक्षकों ने कहा कि उदय नारायण ने कोई भी गलत काम नहीं किया है हां कहीं न कहीं उससे कोई भूल जरूर हुई है। हम लोग उच्चाधिकारियों से इस सम्बन्ध में बात करेगे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि लोकल शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगायी जाती है बल्कि दूर दराज के इलाकों से चुनाव के लिए शिक्षकों को बुलाया जाता है न की लोकल के शिक्षकों को चुनाव में लगाया जाता है। इस दौरान शिक्षक गयादीन वर्मा, पूरन लाल, अवधेश कुमार, उदय नारायण सहित तमाम शिक्षकगण मौजूद रहे।