FARRUKHABAD : थाना कमालगंज क्षेत्र के ग्राम राजेपुर सरायमेदा में स्थित पैगामे हक मुस्लिम माइनारिटी एजूकेशन सोसाइटी के नाम पर किये गये भ्रष्टाचार का पर्दाफास हो जाने के बाद भी शिक्षा विभाग के अधिकारी भ्रष्ट प्रबंधक को बचाने में जुटे हुए हैं। वहीं फर्जी मदरसे का भन्डाफोड़ करने वाले रिटायर्ड शिक्षक एवं आरटीआई एक्टिविस्ट एनुल हसन भी पीछे हटने का नाम नहीं ले रहे हैं। एनुल हसन ने शनिवार को एक बार फिर भ्रष्ट मदरसा संचालक मोहम्मद अहसन पर कार्यवाही की मांग को लेकर अनशन शुरू कर दिया।
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जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय के सामने अनशन पर बैठे एनुल हसन का आरोप है कि शिक्षा विभाग के अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी फर्जी तरह से संचालित शिक्षण संस्थाओं को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। एनुल हसन ने कहा है कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों की साठगांठ से कोई कार्यवाही नहीं की गयी। कई बार अनशन पर बैठने के बाद अधिकारियों ने कार्यवाही का आश्वासन देकर अनशन तुड़वा दिया। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी। पैगामे हक मुस्लिम माइनारिटी एजूकेशन सोसाइटी की कुछ मान्यतायें निरस्त की जा चुकी हैं और कुछ निरस्त होना बाकी हैं। अधिकारीगण कई बार आश्वासन दे चुके हैं कि कार्यवाही पूर्ण की जायेगी। परन्तु प्रलोभन के दबाव में एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही है। जबकि जो मान्यतायें निरस्त की गयी हैं उनका फर्जीवाड़ा पूर्णतः उजागर हो चुका है।
उन्होंने कहा कि जब तक फर्जी मदरसा प्रबंधक के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जायेगी तब तक वह अनशन नहीं तोड़ेंगे।