महिला परामर्श केन्द्र दम्पत्तियों के लिए बना पुनर्मिलन का केन्द्र

Uncategorized

FARRUKHABAD : समाज में सभ्यता की कमी व गिरती सम्मान की भावना के चलते रिश्तों में जल्द खटास आने की बजह बनती जा रही है। नव दम्पत्तियों को इस समस्या से अधिकांशतः जूझते हुए देखा जा सकता है। शादी के एक दो वर्ष में ही आपसी मन मुटाव व मुकदमें बाजी के अलावा तलाक तक की नौबत आते अब देर नहीं लगती। इसका पुनर्मिलन केन्द्र जनपद में महिला परामर्श केन्द्र अब बनता जा रहा है। गुरुवार को होने वाले इस महिला परामर्श केन्द्र में अधिकांश दम्पत्तियों के मामलों को निबटाकर उनको साथ-साथ जीने मरने के लिए प्रेरित किया जाता है। ऐसा ही उस समय भी देखने को मिला जब तीन दम्पत्ति सुबह तड़के दुश्मनों की तरह महिला परामर्श केन्द्र पहुंचे थे, लेकिन वहां से निकले तो तीनो दम्पत्ति हंसते हुए जीवनसाथियों के साथ दिखायी दिये।subhadra verma

थाना जहानगंज क्षेत्र के ग्राम जरारी निवासी इशरार की पुत्री सराज का निकाह तीन वर्ष पूर्व जाविर पुत्र शाविद निवासी इस्लाम गंज गुरसहायगंज के साथ धूमधाम से हुआ था। लेकिन तीन वर्ष बाद आपस में ऐसी गांठ पड़ी कि दोनो में मुकदमेंबाजी शुरू हो गयी। गुरुवार को दोनो पति पत्नी को महिला परामर्श केन्द्र बुलाया गया। जहां पर दोनो ने अपने अपने गिले शिकवे कहने में कोई गुरेज नहीं की। आखिर महिला थानाध्यक्ष सुभद्रा वर्मा व अन्य सदस्यों के समझाने के बाद दोनो हंसी खुशी जिंदगी व्यतीत करने के लिए राजी हो गये और हंसते खेलते अपने घरों को रवाना हो गये।

[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]

वहीं हरदोई जनपद के पिपरगांव पचरोला निवासी बेबी पुत्री राजेन्द्र की शादी वर्ष 2002 में अरविंद पुत्र पप्पू के साथ हुई थी। बेबी का आरोप है कि दहेज में पति सोने की जंजीर व अन्य सामान मांगने को लेकर आये दिन प्रताड़ित करते थे। जिसके बाद दोनो में मुकदमेंबाजी शुरू हो गयी। मामला महिला परामर्श केन्द्र पहुंचा तो दोनो का समझौता कराकर साथ जीने मरने की कसमें खिलाई गयी।

वहीं नितगंजा घुमना निवासी सीमा पुत्री हमूलिद्दीन की शादी शाजिद पुत्र नसीम निवासी सफदरगंज कन्नौज से 2011 में शादी हुई थी। तीन माह पहले दहेज उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। सुभद्रा वर्मा ने तीनो दम्पत्तियों को समझा बुझाकर साथ जीने मरने की कसमें खिलाईं। तीनों दम्पत्ति साथ साथ अपने घरों के लिए रवाना हो गये।