फर्रुखाबाद: कर्मचारियो के हड़ताल के बाबजूद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अपने दम पर अनुदेशको की भर्ती की कॉउंसलिंग करा ली| तीन बार की कॉउंसलिंग के बाद बचे 53 पदो में से 35 पदो के लिए 35 अभ्यर्थिओं की कट ऑफ जारी की गयी थी| जिसमे से केवल 15 अभ्यर्थी ही आये| 6 अभ्यर्थी पिछली कॉउंसलिंग में न पहुच पाने के कारन प्रत्यावेदन के साथ कॉउंसलिंग कराने में कामयाब रहे| कुल मिलाकर एक बार फिर से 35 पदो के सापेक्ष 21 को नियुक्ति पत्र मिलने की सम्भावना है और 14 सीटे कम अभ्यर्थी बुलाने के कारण फिर से रिक्त रह गयी| ज्ञात हो कि कई जनपदो में तीन गुने अभ्यर्थी कॉउंसलिंग के लिए इसीलिए बुलाये गए ताकि सभी पद भरे जा सके|
जनपद मुख्यालय पर जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय में अनुदेशको की कॉउंसलिंग का कार्यक्रम आयोजित होना था| जिसका हड़ताल कर रहे राज्य कर्मचारीओ ने जमकर विरोध भी किया| बाबू और चपरासी भी कोई मदद करने नहीं पहुचे| लिहाजा विभाग के अफसरो ने सारा काम खुद कर डाला| डायट प्राचार्य, परियोजना के समन्वयक एस एन मिश्रा, राजेश यादव और राजेश वर्मा के साथ जीजीआईसी की प्रिंसिपल मीना यादव सहित चयन समिति के सभी सदस्य पहली बार कॉउंसलिंग में पहुचे| इससे पहले तीन बार हो चुकी कॉउंसलिंग में सभी सदस्य कभी एक साथ मौजूद नजर नहीं आये| कॉउंसलिंग का काम अफसरो ने बाबुओ के हवाले कर 313 पदो को भर लिया था| शायद इसलिए फर्जी अनुदेशक भर्ती होने में कामयाब हो गए थे|
[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]
कॉउंसलिंग में कला के 9, कंप्यूटर के 3, शारीरिक शिक्षा के 7 और कृषि एवं शिल्पकला के 2 अभ्यर्थी कॉउंसलिंग कराने में सफल रहे| कुल 21 अभ्यर्थिओं को अनुदेशक बनने का मौका मिलेगा| इस बार की कॉउंसलिंग में अभ्यर्थिओं के दस्ताबेजो की न केवल गहन जाँच की गयी वरन एक तरह से साक्षात्कार भी जमकर हुआ| जनपद में कुल 366 पदो के सापेक्ष अब तक 303 अनुदेशक काम पर आ चुके है| इन 21 अभ्यर्थिओं के ज्वाइन करने के बाद भी कुल 324 अभ्यर्थी अनुदेशक के तौर पर तैनात हो जायेंगे और 42 पद रिक्त रहेंगे| हालाँकि विभाग अभी भी पिछली कॉउंसलिंग तक 313 पदो को भरा बता रहा है| और इतने की अनुदेशको का मानदेय मंगाया गया है| 26 अनुदेशक फर्जी तरीके से अनुदेशक बनने में कामयाब हो गए थे जो बाद में पकडे गए मगर अब तक इन पर कोतवाली में मुकदमा नहीं लिखा जा सका है|