लखनऊ। तंबाकूयुक्त गुटखा खाने के आदी वे लोग जो इस आदत से छुटकारा पाना चाहते हैं उनके लिए एक खुशखबरी। केंद्रीय वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद के लखनऊ स्थित दो संस्थानों ने हर्बीच्यू के नाम से ऐसा हर्बल उत्पाद बनाया है जिसे खाकर गुटखा खाने की आदत और इससे होने वाले नुकसानों से बचा जा सकता है।
तंबाकूयुक्त गुटखा का चलन देश में विशेषकर उत्तर भारत में एक भयंकर रूप ले चुका है और हर साल हजारों लोग इसकी वजह से मुख और अन्य प्रकार के कैंसर से ग्रस्त होकर काल के गाल में समा जाते हैं। इसके मद्देनजर काफी उपयोगी शोध के बाद यह हर्बल उत्पाद सामने आया है।
[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]
केंद्रीय औषधीय और सगंध पौध संस्थान सीमैप और राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान एनबीआरआई ने संयुक्त रुप से वनस्पति के अर्क से यह हर्बल उत्पादन तैयार किया है। यह तम्बाकू और निकोटिन रहित हर्बल उत्पादन स्वाद में गुटखे का एहसास कराता है और इसके खाने से स्वास्थ्य पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता है।
एनबीआरआई के एक प्रवक्ता ने बताया कि यह अच्छा माउथ फ्रेशनर होने के साथ ही एंटी ऑक्सीडेट और एंटी बायोटिक गुण रखता है साथ ही पाचन क्षमता भी बढ़ाता है। संस्थान के फीडबैक डाटा के अनुसार इसके उपयोग से लोगों ने बहुतायत में तंबाकूयुक्त गुटखा खाना बंद या कम कर दिया है। प्रवक्ता ने बताया कि इस उत्पाद का पेटेंट कराने की प्रक्रिया जारी है और उसके बाद इसके व्यवसायिक तकनीक के हस्तांतरण की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।