प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सोमवार को मुजफ्फरनगर के हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा करने पहुंचे. उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. उनके साथ यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह मौजूद थे.
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं आपके दुख-दर्द में शामिल होने आया हूं, जो भी इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार का ये फर्ज बनता है कि जानो माल की हिफाजत की पूरी कोशिश की जाए, ताकि लोग फिर अपने घरों में जा सकें.
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब तक पूरे मामले की तफ्तीश नहीं होती, उनको ऐसा नहीं पता लगता कि वे सुरक्षित हैं, तब तक स्थिति ठीक नहीं है.
[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]
मनमोहन सिंह बोले कि सब ठीक करने के लिए जो भी इंतजाम जरूरी हैं किए जाएं. उन्होंने राज्य सरकार की आलोचना से बचते हुए कहा कि इंतजामों में भारत सरकार यूपी सरकार की पूरी मदद करेगी. विपक्ष पर कांग्रेस के आरोपों वाली लाइन पर चलते हुए पीएम बोले कि हमारी कोशिश रहेगी कि जो लोग ऐसी दुर्घटना में शामिल हुए हैं, उनको कड़ी से कड़ी सजा मिले.
सोनिया गांधी ने लगाया पीड़ितों को गले
इस मौके पर प्रधानमंत्री के साथ पहुंची कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मीडिया से बात नहीं की. सोनिया ने पीड़ितों से मिलकर उन्हें गले लगाया और उनके दुख-दर्द बांटे. जब वह मुस्लिम लोगों से मिलीं तो उन्होंने अपने सिर पर पल्ला डाल लिया.
उधर बीजेपी ने इस दौरे पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, ‘हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में लोगों के जख्मों पर मरहम नहीं नमक छिड़कने पहुंचे हैं प्रधानमंत्री, सोनिया गांधी और राहुल.’
रविवार को अखिलेश यादव ने किया था दौरा
एक दिन पहले हिंसा के जख्मों पर मरहम लगाने यूपी के सीएम ने भी मुजफ्फरनगर का दौरा किया था. अखिलेश ने वादा किया है कि वो हिंसा में मारे गए लोगों के परिवार में से किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाएंगे. इतना ही नहीं जो घर हिंसा की भेंट चढ़े हैं उनके मरम्मत का जिम्मा भी सरकार उठाएगी. अखिलेश मुजफ्फरनगर के दौरे में हिंसा में मारे गए पत्रकार राजेश वर्मा के घर भी गए|