नई दिल्ली। आरबीआई के दखल के बाद कई दिनों से लगातार गोते लगा रहे रुपये में आज कुछ सुधार देखने को मिला है। आज बाजार खुलते ही डॉलर के मुकाबले रुपये में सुधार नजर आया। इसके अलावा शेयर बाजार भी आज बढ़त के साथ खुला। सेंसेक्स में करीब 150 अंक और निफ्टी 50 अंक बढ़त पर खुला।
डॉलर के मुकाबले रुपया आज 67.20 के स्तर पर खुला। कल रुपया 67.80 के न्यूनतम स्तर पर बंद हुआ था। इसके 70 के स्तर पर पहुंचने की आशंका जताई जा रही थी। लेकिन आज रुपये ने सुधार के साथ बाजार को राहत दी।
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दरअसल, खाद्य सुरक्षा विधेयक देखकर बाजार में काफी उथल-पुथल है। यह माना जा रहा है कि इसके लागू होने पर सब्सिडी में इजाफा होगा जिससे वित्तीय घाटा और बढ़ेगा। रुपये में गिरावट के चलते शेयर बाजारों में भी शुरुआती कारोबार में भारी गिरावट देखी जा रही है।
सोने में निवेश से बिगड़े हालात
सोने में निवेश के चलते हालात और बिगड़ रहे हैं। इसके चलते आयात का खर्च बढ़ रहा है। आयातक रुपए की बजाय डॉलर मांग रहे हैं। रुचि घटने से विदेशी निवेशक भी नहीं आ रहे हैं। बीते साल में रुपए की कीमत लगभग 19 फीसदी तक कम हो चुकी है। देश के वित्त मंत्री आश्वासन तो दे रहे हैं, लेकिन कारगर साबित नहीं हो रहे हैं।
आरबीआई के कदम
रुपये की तेज उतार-चढ़ाव को रोकने के लिए बुधवार को रिजर्व बैंक ने एक और कदम उठाया। आईओसी, एचपीसीएल और बीपीसीएल की डॉलर की जरूरत को पूरा करने के लिए रिजर्व बैंक ने खास विंडो खोली है। इस विंडो के जरिए आईओसी, एचपीसीएल और बीपीसीएल कच्चा तेल खरीदने के लिए डॉलर की अपनी रोज की जरूरत को पूरा कर पाएंगे।
आपको बता दें कि तीनों ऑयल मार्केटिंग कंपनियां बाजार में डॉलर की सबसे बड़ी खरीदार हैं। और इन तीनों कंपनियों को हर महीने करीब 8.5 अरब डॉलर की जरूरत होती है। इस विंडो के जरिए रिजर्व बैंक सरकारी बैंक के जरिए आईओसी, एचपीसीएल और बीपीसीएल से सीधे डॉलर खरीदेगा और बेचेगा।
हालांकि एक तय समय में बैंक को रिजर्व बैंक को डॉलर वापस भी करने होंगे। जानकारों के मुताबिक कच्चे तेल की कीमतों में तेज बढ़ोतरी के कारण आईओसी, एचपीसीएल और बीपीसीएल की तरफ से डॉलर की मांग बढ़ी है जिसके कारण भी रुपया कमजोर हो रहा है।