FARRUKHABAD : बीते कई वर्षों से गृह कलह से परेशान चल रही सर्राफ शैलेश वर्मा की पत्नी पिंकी वर्मा निवासी रेलवे रोड ने गृह कलह से परेशान होकर फांसी लगा ली। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची।
शहर कोतवाली क्षेत्र के खडि़यायी निवासी ज्ञान प्रकाश वर्मा का दूसरे नम्बर का पुत्र शैलेश वर्मा मंझना में सर्राफ की दुकान करता है। तकरीबन 12 वर्ष पूर्व 2001 में शैलेश वर्मा का विवाह कानपुर के नौगड़ा निवासी रज्जू सिंह की पुत्री पिंकी वर्मा के साथ हुआ था। शादी के बाद से ही शैलेश वर्मा अपने भाई सुभाषचन्द्र के साथ लोहाई रोड पर मकान बनवाकर रह रहा था। दो भाई नीलेश वर्मा व श्यामू वर्मा खडि़याई में अपने पिता ज्ञान प्रकाश के साथ रहते थे। पूछताछ में शैलेश के भाई सुभाष ने पुलिस को बताया कि पति पत्नी में अक्सर विवाद होता रहता था। शुक्रवार को भी दोनो आपस में झगड़ रहे थे। झगड़ा पिंकी के मायके जाने को लेकर हुआ था। शनिवार को भी इसी मुद्दे को लेकर पुनः दोनो में जमकर कहासुनी हो गयी।
[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”18″]
शनिवार प्रातः शैलेश वर्मा व उसका भाई सुभाष दोनो दुकान खोलने चले गये। घर पर सुभाष की पत्नी वंदना व शैलेश की पत्नी पिंकी ने मौका देखकर घर के अंदर किचिन के कमरे में दुपट्टे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। काफी समय तक जब पिंकी की कोई आहट नहीं लगी तो सुभाष की पत्नी वंदना ने घर में पिंकी की तलाश की तो पिंकी का शव किचिन के कुन्डे में फांसी पर झूल रहा था।
पिंकी को फांसी पर लटके देख चीख पुकार मच गयी। सुभाष की पत्नी वंदना ने किचिन की जाली तोड़कर शव को नीचे उतारा व मामले की सूचना परिजनों को दी। सूचना पर परिजन मौके पर पहुंचे और पिंकी को प्राइवेट चिकित्सकों को दिखाया। जहां चिकित्सकों ने पिंकी को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद परिजन शव लेकर खडि़यायी स्थित अपने दूसरे मकान में आ गये। मामले की सूचना पुलिस को हुई तो शहर कोतवाल रूम सिंह यादव, एस एस आई हरिश्चन्द्र फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में ले लिया। शहर कोतवाल ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है, शव का पोस्टमार्टम कराया जायेगा।
[bannergarden id=”11″][bannergarden id=”17″]