यूपीए-2 की चौथी सालगिरह के मेहमानों के नाम सार्वजनिक होने से देश की सुरक्षा को खतरा ?

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rti logoभारत के प्रधान मंत्री के कार्यालय के जन सूचना अधिकारी सैयद इकराम रिज़वी द्वारा लखनऊ की सामाजिक कार्यकत्री उर्वशी शर्मा को सूचना के अधिकार के तहत दी गयी जानकारी के अनुसार यूपीए-2 सरकार की चौथी सालगिरह के जश्न में बुलाये गए मेहमानों एवं जश्न में शरीक हुए मेहमानों के नाम सुरक्षा कारणों से सार्वजनिक नहीं किये जा सकते हैं l
सैयद रिज़वी के जवाब के अनुसार प्रधान मंत्री कार्यालय द्वारा उर्वशी शर्मा की सूचना पर सूचना का अधिकार अधिनियम की धारा 8(1)(क) के तहत छूट का उपबंध लागू किया गया है , क्योंकि यह मामला देश की सुरक्षा से सम्बंधित है l
उर्वशी ने यूपीए-2 सरकार की चौथी सालगिरह के जश्न पर हुए खर्च की भी जानकारी चाही थी जिसके जवाब में सैयद रिज़वी ने बताया है एजेंसी से बिल प्राप्त न होने के कारण सूचना नहीं दी जा सकती है l
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भारत के प्रधान मंत्री के कार्यालय के जन सूचना अधिकारी सैयद इकराम रिज़वी के इस उत्तर से व्यथित आरटीआई एक्टिविस्ट उर्वशी का कहना है कि यह बात उनकी समझ से परे है कि सरकार के जश्न के मेहमानों के नाम सार्वजनिक होने से देश की सुरक्षा को किस प्रकार खतरा हो सकता है ?
उर्वशी के अनुसार गरीबी के सम्वेदंहीन मानक तय करने बाली भारत सरकार अपनी विलासिता पर की गयी फिजूलखर्ची को छुपाने के लिए ‘बिल प्राप्त न होने’ और ‘देश की सुरक्षा को खतरा होने’ संबंधी बचकाने वहाने बनाकर सूचना देने से इनकार कर रही है l
उर्वशी ने इस मामले में अपील दायर कर उनको सूचना देने की मांग की है ल
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