FARRUKHABAD : विगत लगभग एक वर्ष से समाजवादी पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी के तौर पर प्रचार में जुटे मंत्री नरेन्द्र सिंह यादव के पुत्र सचिन यादव को विगत माह पार्टी ने उनके धुर विरोधी विधायक अलीगंज रामेश्वर सिंह यादव को टिकट देकर उन्हें करारा झटका दे दिया है। लगभग तीन सप्ताह तक राजनैतिक परिदृश्य से ओझल रहे सचिन यादव विगत 26 जुलाई को की गयी अफ्तार पार्टी के बाद से फिर सक्रिय हो गये हैं। इन विगत आठ-दस दिनों से उन्होंने क्षेत्र में ताबड़तोड़ जनसम्पर्क दौरे फिर शुरू कर दिये हैं। उनके करीबी समर्थक भी फिलहाल काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। जिसके चलते टिकट एक बार फिर सचिन यादव को मिलने की संभावनाओं की अटकलें तेज हो गयी हैं।
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विदित है कि मंत्री नरेन्द्र सिंह यादव के पुत्र सचिन यादव विगत लगभग एक वर्ष से लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे थे। इस दौरान जनसम्पर्क के अतिरिक्त उन्होंने पिछड़ा वर्ग से लेकर अल्पसंख्यकों तक के जनपद स्तरीय और प्रदेश स्तरीय सम्मेलन तक करा डाले। परन्तु सपा की जनपद इकाई में मंत्री नरेन्द्र सिंह यादव के विरुद्व पनपते असन्तोष के बूते विधायक अलीगंज रामेश्वर सिंह यादव ने विगत ५ जुलाई को लोकसभा प्रत्याशी का टिकट अपने नाम करा लिया है। जाहिर है कि यह सचिन यादव और उनके मंत्री पिता नरेन्द्र सिंह यादव के लिए पार्टी की ओर से एक करारा झटका था। इस दौरान रामेश्वर यादव ने भी शहर में स्वागतों और रोजा अफ्तारों के जरिये अपनी धमक दिखाना शुरू कर दी है।
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टिकट कटने के बाद से राजनैतिक परिदृश्य से लगभग अनुपस्थित रहे सचिन यादव ने विगत 26 जुलाई को अपने आवास के निकट स्थित सुनहरी मस्जिद में रोजा अफ्तार का आयोजित किया था और इसके बाद से उन्होंने क्षेत्र में लगातार जनसम्पर्क अभियान प्रारंभ कर रखा है। इतना ही नहीं उनके करीबी समर्थकों का मनोबल भी काफी बढ़ा हुआ है। कुछ तो नाम न छापने की शर्त पर ईद के बाद अच्छी खबर मिलने का दावा भी कर रहे हैं।