चीन के उद्यमियों ने उत्तर प्रदेश में उद्योग लगाने की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने चीनी दूतावास के जरिए यूपीएसआईडीसी से 400 एकड़ भूमि उपलब्ध कराने की मांग की है। इसके लिए चीनी दूतावास से यूपीएसआईडीसी के प्रबंध निदेशक के पास पत्र आया है।
सस्ते माल की बदौलत भारतीय बाजारों पर कब्जा जमाए चीन अब यहां के उद्योगों से सीधी टक्कर लेने के मूड में है। इसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश से करने की मंशा जताते हुए पिछले दिनों भारत आए चीनी प्रतिनिधिमंडल ने यूपीएसआईडीसी से 400 एकड़ भूमि उपलब्ध कराने की मांग की है।
चीनी दूतावास के ट्रेड एंड कॉमर्स विंग के काउंसलर नामग्या सी. खम्पा की ओर से यूपीएसआईडीसी के प्रबंध निदेशक मनोज सिंह को 22 जुलाई को एक पत्र भेजा गया है।
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इसमें कहा गया है कि मई माह में चीनी प्रतिनिधि ली. केक्यिंग के साथ आए एक प्रतिनिधिमंडल ने भारत के विभिन्न राज्यों का दौरा किया था। इसके बाद उद्योग एवं वाणिज्य विभागों से जुड़े अफसरों संग बैठक भी की।
प्रतिनिधिमंडल ने यहां विभिन्न औद्योगिक जोन की स्थापना करने की मंशा जताई। इसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश से करने की बात कहते हुए यहां 400 एकड़ भूमि की मांग की गई है।
प्रबंध निदेशक से उनके विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में इतनी भूमि की उपलब्धता की बात पूछते हुए इस बाबत जवाब मांगा गया है। दूतावास के अधिकारी ने कहा है कि इस भूमि पर वे विभिन्न प्रकार के औद्योगिक क्लस्टर बनाएंगे।
प्रबंध निदेशक के जवाब के बाद चीनी प्रतिनिधियों का एक� और दौरा प्रदेश में होगा, जिसमें विभिन्न राज्य सरकारी महकमों के अलावा सेज/इंडस्ट्रियल पार्क के निर्माण से जुड़े प्रशासनिक विभागों के अफसरों के साथ बैठक भी करेंगे।
बैठक में चीनी कंपनियों द्वारा औद्योगिक स्थापना के संबंध में प्रस्ताव सौंपा जाएगा। दूतावास की ओर से यह भी कहा गया है कि यदि यूपीएसआईडीसी इस प्रस्ताव में रुचि रखता है तो अगस्त माह के भीतर ईमेल या फैक्स से जवाब दे।
प्रबंध निदेशक मनोज सिंह ने बताया कि इस बाबत शासन को जानकारी दे दी गई है। वहां से जैसे निर्देश होंगे, उसी तरह की आगे की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कई ऐसे औद्योगिक क्षेत्र हैं, जहां 400 एकड़ या इससे ज्यादा भूमि उपलब्ध है।