बॉलीवुड के मशहूर खलनायक प्राण का निधन हो गया. वो 93 वर्ष के थे. प्राण लंबे समय से बीमार चल रहे थे. 12 फरवरी 1920 को दिल्ली में जन्मे प्राण ने 350 से ज्यादा फिल्मों में काम किया. शनिवार दोपहर 12 बजे शिवाजी पार्क में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. प्राण ने रात 8.30 बजे अपनी अंतिम सांसें ली.
प्राण का पूरा नाम प्राण कृष्ण सिकंद था. बीमार चल रहे और पद्मभूषण से सम्मानित 93 वर्षीय प्राण को 2012 के लिए 44वें दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया. हालांकि इस घोषणा को सबने सराहा, लेकिन अफसोस भी जताया कि उन्हें भारतीय फिल्म उद्योग का सबसे प्रतिष्ठित सम्मान बहुत देर से मिला. विडंबना है कि इनमें से ज्यादातर पुरस्कार अभिनेताओं को उनके जीवन के ढलते दौर में ही मिलते रहे हैं.
[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]
प्राण का नाम भारतीय सिनेमा में विलेन का पर्याय रहा है, शायद यही बात उनके हिस्से आने वाले इस सम्मान के लिए अड़ंगा बन गई हो. हालांकि अपने छह दशक के लंबे करियर के दौरान उन्होंने लगभग 400 फिल्मों में काम किया है, उनमें से ज्यादातर में उनका रोल पॉजिटिव रहा है. हकीकत यह है कि अभिनय में पुरस्कार की बारी आती है तो नायक, नायिकाएं और अच्छे किरदार निभाने वाले, विलेन और कैरेक्टर ऐक्टर से बाजी मार ले जाते हैं, चाहे उनका अभिनय कौशल कितना ही सशक्त क्यों न हो.
प्राण ने परदे पर बतौर विलेन इतिहास रच डाला हैः उन्हें ‘विलेन ऑफ द मिलेनियम’ कहा गया है. दर्शकों को उन्होंने किस कदर थर्रा रखा था.