नई दिल्ली। उत्तराखंड त्रासदी में राहत सामग्री को लेकर कांग्रेस लगातार सुर्खियों में बनी हुई है। पहले दिल्ली से राहत सामग्री के ट्रक हरी झंडी दिखाकर रवाना करने को लेकर उसकी खूब किरकिरी हुई। अब राहत सामग्री से भरे यही ट्रक ऋषिकेश में फंसे रहने से उसकी और फजीहत होती दिख रही है।
दरअसल, कांग्रेस आलाकमान द्वारा उत्तराखंड के आपदा पीडितों के लिए भेजी गई राहत सामग्री से भरे ट्रक ऋषिकेश में खड़े हो गए हैं। कई दर्जन ट्रकों में भर कर भेजी गई राहत सामग्री अब बाजार में बेचने की तैयारी हो रही है। इन ट्रक चालकों को तेल के लिए सिर्फ दो हजार रुपए ही दिए गए थे और इस पैसे से जितना डीजल आया वो दिल्ली से देहरादून तक आने में ही खत्म हो गया।
किसी तरह ये ट्रक ऋषिकेश तक पहुंचे, लेकिन इनके चालक अब इन ट्रकों को आगे लेकर जाने को तैयार नहीं हैं। चालको का कहना है कि उन्हें ये कहकर भेजा गया था कि तेल के पैसे भी मिलेंगे और खाने के भी। लेकिन तेल तो इन्हें क्या मिलता खाने के भी लाले पड़ गए। इन ट्रक चालकों ने यहां अधिकारियों से संपर्क किया तो अधिकारियों ने ये कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया कि तेल के पैसे तो गाड़ी का मालिक देगा।
कई दिनों से ऋषिकेश में खड़े ये ट्रक चालक अब यहां से वापस जाने पर अड़ गए हैं। वे तेल का जुगाड़ करने की जुगत में लगे हैं। इसके लिए आपदा पीड़ितों की मदद के लिए भेजे गए सामान को बाजार में बेचने की तैयारी कर रहे हैं।
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ट्रक चालक राजेंद्र का कहना है कि हमें यह कहकर भेजा था कि डीजल भी मिलेगा और खाने का पैसा भी। अब हम सामान बेच देंगे।
हरि राम का कहना है कि तेल भी नहीं डलवाया। ये भूखी नंगी सरकार है। दिल्ली से तो झंडी दिखाकर भेज दिया, लेकिन यहां कोई कांग्रेसी पूछने नहीं आया। 125 ट्रक आए थे। कुछ ऊपर चले गए कुछ रास्ते में हैं। दिल्ली से बोला गया था कोई देहरादून जाएगा, कोई ऋषिकेश और कोई श्रीनगर। लेकिन सब यहां वीरान खड़े हैं।