दीदी को गायब कर लव मैरिज वाले जीजा को किया किडनैप, 11 दिन तक की धुनाई

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FARRUKHABAD: थाना नबावगंज क्षेत्र के ग्राम नगला दुली निवासी सनमान सिंह यादव के पुत्र अजय को थाना मऊदरवाजा क्षेत्र के टिमरुआ मोड़ पर पुलिस ने अपहरण होने के 11 दिन बाद बरामद कर लिया। मामला फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र का होने का बहाना बनाकर गंभीर रूप से घायल अजय को फतेहगढ़ कोतवाली भेजा गया।

ajay yadavतकरीबन 4 वर्ष पूर्व अजय यादव फतेहगढ़ के मोहल्ला ग्वालटोली निवासी उमेश यादव के घर उनके जानवरों की देखभाल कर रहे अपने मामा बेचेलाल से मिलने आया जाया करता था। इसी दौरान अजय की आंखें उमेश की पुत्री परिवर्तित नाम सरिता से चार हो गयीं और दोनो ने शादी करने का फैसला कर लिया। घर से भागकर दोनो ने हाईकोर्ट में शादी कर ली। जिसका विरोध अजय के ससुराल पक्ष के लोगों ने जमकर किया। विवाद के डर से अजय पानीपत में फाइवर की ठेकेदारी करने लगा। लेकिन इस विवाह से जब अजय के ससुरालीजन संतुष्ट नहीं हुए तो उन्होंने अजय को रास्ते से हटाने की रणनीति बना डाली। 24 अप्रैल 2012 को अजय का साला गोविंद व अभिषेक ने पानीपत जाकर दोनो से अपनी सहानुभूति दिखायी और अपनी बहन को पानीपत से ग्वालटोली बुला लाये।

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तभी से वह वापस अजय के पास नहीं पहुंची। अजय का आरोप है कि उन लोगों ने उसकी पत्नी को कहीं गायब कर दिया। उसके लिए उसने फतेहगढ़ अदालत में ससुर व सालों के खिलाफ मुकदमा भी पंजीकृत कराया। 5 जून को अजय उसी मुकदमें की तारीख करने कचहरी गया था तो उसे उसका साला अभिषेक मिल गया। अजय ने आरोप लगाया कि साला बहुत ही सहानुभूति तरीके से अपने घर बुला ले गया। उस दौरान उसके ससुर उमेश घर के दरबाजे पर पड़े तख्त पर बैठे थे। जैसे ही अजय अंदर गया तो उसके ससुर उमेश ने अचानक पहुंचकर उसके साथ मारपीट करनी शुरू कर दी। ससुर व सालों ने मिलकर उसे मार मार कर बेहोश कर दिया।

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आरोप है कि अजय के सालों व ससुर ने उसकी हत्या की सुपारी तक दे डाली। 5 जून से तीन दिन तक अजय को एक ट्यूबवेल में रखा गया। जहां उसके हाथ, मुहं और आंखें बांध दी गयीं थीं। विगत दो दिन पूर्व ही उसे ट्यूबवेल से निकालकर अपहरणकर्ता आरोपी पैदल ही कई किलोमीटर तक लाये और उसे मक्के के खेत के बीच में बांधकर डाल दिया।

मौका मिलने पर अजय किसी तरीके से जमीन में घिसटता हुआ ट्रेन और बस के निकलने की आवाज के अनुसार टिमरुआ मोड़ पर पहुंच गया। जहां लोगों ने घायल अजय को देखा तो मामले की सूचना पुलिस को दी गयी। सूचना पर पहुंचे चीता मोबाइल के सिपाही अशोक कुमार व गौरीशंकर उसे लेकर थाना मऊदरवाजा पहुंचे तो पुलिस ने सीमा विवाद का मामला बताते हुए कहा कि घटना की शुरूआत फतेहगढ़ की है तो उसे फतेहगढ़ कोतवाली भेज दिया जाये।

उधर नबावगंज में उसकी मां अजय के न पहुंचने पर विक्षिप्त सी हो गयी और घर में ताला डालकर कहीं चली गयी। फिलहाल खबर लिखे जाने तक पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की।

इस सम्बंध में फतेहगढ़ कोतवाल जितेन्द्र सिंह परिहार ने बताया कि घटना में जांच के दौरान अपहरण का मामला अभी तक सामने नहीं आया है। मामला दोनो तरफ से पत्नी न भेजने को लेकर है। घटना के सम्बंध में जांच करायी जा रही है। जांच के बाद कार्यवाही की जायेगी।