चकबंदी अधिकारियों की रिश्वतखोरी से त्रस्त ग्रामीण आंदोलनरत

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FARRUKHABAD : मोहम्मदाबाद क्षेत्र के ग्राम बिहार, पुरोहित थोक एवं नगला दुशाह में 15 वर्ष गुजर जाने के बाद भी चकबंदी प्रक्रिया पूर्ण न होने एवं चकबंदी प्रक्रिया में धांधली, रिश्वतखोरी इत्यादि से त्रस्त ग्रामीण आंदोलन पर उतारू हो गये। शुक्रवार को ग्रामीण इकट्ठे होकर जिला मुख्यालय पहुंचे जहंा पर उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को संबोधित ज्ञापन सौंपा।

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पत्र में किसानों ने अवगत कराया कि ग्राम बिहार, पुरोहित थोक एवं नगला दुशाद तीनो गांवों में क्रमशः 14, 16 एवं 13 वर्ष गुजर गये लेकिन चकबंदी प्रक्रिया धारा 24 से अभी तक बहुत दूरी पर है। पुरोहित थोक की चकबंदी प्रक्रिया चक निर्माण में एसीओ दिनेश विश्वकर्मा की रिश्वत सम्बंधी कई पुष्टिपूरक शिकायतें, उन्हें जांच में सत्य पाया गया लेकिन लीपापोती में उलझ कर रह गयीं।

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एसओसी फर्रुखाबाद जन सूचना अधिकार का घोर उल्लंघन कर रहे हैं तथा सीओ खिमशेपुर रिश्वत की जांच करके अच्छी उगाई कर चुके हैं। चकबंदी प्रक्रिया कई घपले घोटालों की शिकार चक निर्माण में चंद काश्तकार गण लाभान्वित हुए बाकी सभी त्रस्त हैं। ग्रामीणों ने मांग की कि सभी तथ्यों की जांच कराकर दोषियों के विरुद्व कार्यवाही की जाये।

इस दौरान जगदीश तिवारी, नारायण मिश्रा, शिवराज सिंह, अजय कुमार, राकेश कुमार, सूरज कुमार, रेशव देवी, भगवानदास आदि ग्रामीण मौजूद रहे।