मऊदरवाजा थानेदार से पीड़ित कोतवाल पुलिस अधीक्षक की शरण में

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FARRUKHABAD : पद और नाम की ही तो बात है, एक थानेदार तो दूसरा कोतवाल, थानेदार कोतवाल पर भारी पड़ गया और पीड़ित कोतवाल ने थानेदार के खिलाफ पुलिस अधीक्षक से गुहार लगायी। पुलिस अधीक्षक ने कार्यवाही के निर्देश दिये।

murderघटना 8 जून की रात तकरीबन 2 बजे की है जब थाना क्षेत्र के ग्राम आवाजपुर निवासी पुलंदर सिंह के पुत्र कोतवाल सिंह की घर में बंधीं दो भैंसें चोरों ने खोल लीं। आवाज सुनकर कोतवाल का पुत्र जितेन्द्र उठ गया तो उसने छोटा हाथी संख्या यूपी 76 के 2998 पर पांच लोग भैंसें लाद रहे थे। जानकारी होने पर अन्य ग्रामीण भी एकत्रित हो गये। पीड़ित के पुत्र ने पीछा करने की कोशिश की तो चोरों ने गोली चला दी और चोर भैंसें लेकर रफूचक्कर हो गये।

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8 जून की शाम तकरीबन 5 बजे वही टाटा मैजिक तहसील रोड पर देखी गयी। उस समय कोतवाल सिंह के साथ सुधीर, नागेन्द्र, शिशुवरन, ओमकार सिंह आदि लोग वाहन की खोज कर रहे थे। तभी उस मैजिक को रोक कर चालक को पकड़ लिया। अन्य चार लोग गाड़ी से कूदकर भाग गये। मामले की सूचना पुलिस को हुई तो पुलिस ने मौके पर पहुंचकर चालक व गाड़ी को पकड़ लिया। पकड़े गये चालक व मैजिक पर पुलिस ने तीन दिन गुजर जाने के बाद भी कोई कार्यवाही majikनहीं की। जिसके बाद पीड़ित कोतवाल सिंह ने पुलिस अधीक्षक जोगेन्द्र कुमार से भेंट कर मामले के सम्बंध में प्रार्थनापत्र दिया। पुलिस अधीक्षक ने कार्यवाही करने के आदेश दिये हैं। लेकिन देर शाम तक मऊदरवाजा थाने में कई सपाइयों को बुलाकर समझौते का प्रयास किया जा रहा है।

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उपजिलाधिकारी कायमगंज भगवानदीन वर्मा ने बताया कि पट्टों की जांच के लिए मौके पर तहसीलदार के साथ में गये हुए थे। वहां पर ग्रामीणों के दो पक्षों में विवाद के बाद बाहर कुछ लोगों में पथराव हो गया। इस सम्बंध में पुलिस को जानकारी दी गयी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है। बताया जाता है कि गांव में चुनावी रंजिश है। इसी के चलते वहां जातीय तनाव उत्पन्न हो गया। कुल 73 पट्टों की सूची थी। जिनको खुली बैठक में पढ़कर सुनाया गया। इसमें कुछ अपात्र भी पाये गये हैं। उनके पट्टे निरस्त करके पात्रों के नाम पट्टे आवंटित किये जायेंगे।