फर्रुखाबाद: समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी सचिन यादव ने कहा कि जब तक पिछड़ा व अन्य पिछड़ा वर्ग की सभी जातियां संगठित नहीं होंगी तब तक भारत का संर्वांगीण विकास संभव ही नहीं है। ठंडी सड़क स्थित नवभारत सभाभवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उन्होंने अतिपिछड़ा वर्ग की जातियों को अनुसूचित जाति वर्ग में सम्मिलित किये जाने की जरूरत पर जोर दिया। मंत्री नरेंद्र सिंह ने कहा कि पिछड़ों का राजनैतिक लोगों ने गुमराह कर सत्ता तो हासिल की परंतु इनके विकास की आरे किसी ने ध्यान नहीं दिया। मंच पर मौजूद श्रम संविदा बोर्ड के अध्यक्ष सतीश दीक्षित ने अपने बीच छिपे विभीषणों और भेडि़यों से सचेत रहने की सलाह दी। पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत ने अपनी कमियों का आंकलन स्वयं करने पर जोर दिया।
सोमवार को यहां आयोजित सपा के पिछड़ा वर्ग सम्मेलन के दौरान पार्टी के स्थानीय लोकसभा प्रत्याशी सचिन यादव ने राजनीति की नयी सोशल इंजीनियरिंग का पाठ पढाते हुए पिछड़ा वर्ग और अन्य पिछड़ा वर्ग की जातियों को संगठित हो कर राजनीति में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया। उन्होंने राम मनोहर लोहिया के साठ में सौ हमारी, बाकी में हिस्सेदारी को सिद्धांत को रेखांकित करते हुए कहा कि यह तभी संभव है जब सभी पिछड़ा वर्ग के लोग संगठित होकर अपनी राजनैतिक हिस्सेदारी के लिये आगे आयेंगे। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी अपनी नीतियों के माध्यम से विकास की दौड़ में पीछे छूट गयी निषाद, मल्लाह, कहार, कश्यप, धीमर, कहार, केवट, बाथम, मांडी आदि अति पिछड़ी जातियों के लोगों को विकास के मार्ग पर लाने के लिये कटिबद्ध है। इनको अनुसूचित जाति वर्ग में सम्मिलित किये जाने हेतु केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जा चुका है। उनहोंने रानी अवंतीबाई का नाम इतिहास की पुस्तकों में सम्मिलित किये जाने की बात मंच पर मौजूद मंत्रियों के समक्ष रखी।
[bannergarden id=”8″]मुख्य अतिथि होमगार्ड राज्यमंत्री नरेंद्र सिंह यादव ने कहा कि पिछड़ा वर्ग के लोगों को कुछ राजनेताओं ने गुमराह कर सत्ता प्राप्त की, परंतु सत्ता की बागडोर उनके हाथ में न होने के कारण इन जातियों के विकास की राह साफ न हो सकी, और यह बेचारे केवल पिछ लग्गू हो कर रह गये। पिछ़डे वर्ग के लोग जब तक इस बात को नहीं समझेंगे तब तक उनका विकास नहीं हो सकता। उन्होंने केंद्र सरकार पर किसानों का शोषण करने का भी आरोप लगाया। केंद्र सरकार द्वारा कृषि नीति न बनाये जाने के कारण किसानों को उनकी फसल का वाजिब मूल्य नहीं मिल पा रहा है। श्रम संविदा बोर्ड के अध्यक्ष सतीश दीक्षित ने कहा कि पिछड़े व अति पिछ़ड़े वर्ग की जातियां अच्छी शिक्षा की ओर अग्रसर नहीं होंगी तब तक उनका विकास संभव नहीं है। उन्होंने नकल माफिया पर चोट करते हुए कहा कि यह लोग नयी पीढ़ी को शिक्षित गंवार बना रहे हैं, जिनके पास डिग्रियां तो हैं परंतु योगयता नही है, जो नकल से पास हुए हैं। यह लोग समाज और नयी पीढ़ी का नुकसान कर रहे हैं। अफसोस की बात है कि इनके अधिकांश शिकार पिछड़ा वर्ग के ही छात्र हैं। पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत ने पिछड़े वर्ग के नेताओं को अपने वर्ग की महिलाओं को भी राजनीति में आगे लाने की आवश्यकता पर बल दिया। उनहोंने सचिन यादव से कहा कि वह जनपद के मंत्रयों व अन्य पार्टी पदाधिकारियों व नेताओं के साथ विकास यात्र निकालें। जिससे गांव गांव सपा की नीतियों व योजनाओं की जानकारी लोगों को हो।
[bannergarden id=”11″]सम्मेलन मे बतौर पर्यवेक्षक भाग लेने आये इटावा के सदर विधायक रधुराज शाक्य ने कहा कि पिछड़ा वर्ग सम्मेलन प्रदेश के हर जिला मुख्यालय पर आयोजित किया जा रहा है। पांच जून को कानपुर मंडल में एक विशाल सम्मेलन प्रस्तावित है, जिसके मुख्य अतिथि शिवपाल सिंह यादव होंगे।
सम्मेलन में पार्टी जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह राठौर, नागेंद्र शाक्य, चंद्रपाल सिंह यादव, महताब खां, जितेंद्र यादव, मनदीप यादव, अनिल श्रीवास्तव, पूर्णिता राठौर, नवाब सिंह यादव, समीर यादव, दफेदार शास्त्री, वीना शर्मा आदि मौजूद रहे।