जम्‍मू जेल में हमले के शिकार हुए पाकिस्‍तानी कैदी सनाउल्‍लाह की मौत

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sanaullah चंडीगढ़। एक सप्ताह पहले जम्मू की कोट बलावल जेल में हिंदुस्‍तानी कैदी एवं पूर्व सैनिक विनोद के हमले के बाद गंभीर रूप से जख्मी हुए पाकिस्तानी कैदी सनाउल्लाह की चंडीगढ़ पीजीआई में मौत हो गई। अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि गुरुवार सुबह करीब पौने आठ बजे सनाउल्लाह ने दम तोड़ दिया था। भारत सरकार ने पाकिस्तानी उच्चायोग को इस बारे में सूचना दे दी है। शव को पाक भेजने पर अभी फैसला नहीं हुआ है।

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पाकिस्तानी उच्चायोग के प्रवक्ता मंजूर मेमन ने सनाउल्लाह पर जेल में हुए हमले की अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान चाहता है कि सनाउल्लाह के शव को हमें सौंप दिया जाए ताकि पाकिस्तान में उसकी अंतिम यात्रा संपन्न हो सके। मेमन ने यह भी कहा कि हमारे नागरिक पर भारतीय जेल में साजिश के तहत हमला किया गया और इस कदर मारा गया कि मौत हो गई।

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3 मई को जम्मू की जेल में कहासुनी के बाद भारतीय कैदी विनोद ने सनाउल्लाह को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। उसे तुरंत जम्मू मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया लेकिन उसी दिन चंडीगढ़ पीजीआई रेफर कर दिया गया था। उस समय से वह कोमा में था। आईसीयू में रखने के बाद उसे जॉन्डिस हो गया था और किडनी ने भी काम करना बंद कर दिया था। 2 दिन पहले ही पाकिस्तान से परिवार वाले सनाउल्लाह खान को देखने आए थे। परिवारवालों की मौजूदगी में चंडीगढ़ पीजीआई में पोस्टमॉर्टम किया जाएगा।

सन्नाउल्लाह पिछले 17 सालों से कोट बलावल जेल में बंद था। उसे दो मामलों में उम्रकैद की सजा हुई थी, जिसमें से एक 1994 में कटरा में बस में हुआ ब्लास्ट भी शामिल है। सनाउल्लाह पर हमले के बाद जम्मू-कश्मीर सरकार ने जेल सुपरिटेंडेंट रजनी सहगल को सस्पेंड करते हुए हमले की जांच के आदेश दे दिए थे। हालांकि कुछ लोग इसे सरबजीत की मौत का बदला लेने की कार्रवाई से जोड़कर भी देख रहे हैं। ठीक इसी तरह का हमला 26 अप्रैल को सरबजीत पर हुआ था, जिसके बाद वह भी कोमा में चले गए थे और बाद में उनकी मौत हो गई थी।