आशा को मिलेगा मोबाइल, फोन से गर्भवतियों की पीड़ा हरेगी यूपी सरकार

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asha mobileलखनऊ. सूचना और सरकारी मदद के अभाव में दम तोड़ रही उत्तर प्रदेश की गर्भवती महिलाओं की पीड़ा हरने के लिए राज्य सरकार ने मोबाइल फोन का सहारा लेने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार ग्रामीण अंचल में गर्भवती महिलाओं की देखभाल करने वाली आशा बहुओं को मोबाइल फोन खरीदकर देगी ताकि उनसे संपर्क करने में पीड़ित महिला को कोई परेशानी ना हो।

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सरकार की मंशा के अनुसार कोई भी गर्भवती महिला कभी भी आशा बहुओं को फोन करके जानकारी हासिल कर सकती है और जरूरत पड़ने पर उन्हें बुला सकती है। उत्तर प्रदेश सरकार राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) योजना के तहत भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) से करीब डेढ़ लाख मोबाइल फोन खरीदेगी जो आशा बहुओं को आबंटित किया जाएगा।
अधिकारियों के मुताबिक, आशा बहुओं को हैंडसेट के साथ बीएसएनएल कॉमन यूजर ग्रुप (सीयूजी) कनेक्शन के सिम कार्ड भी मुहैया कराया जाएगा। उत्तर प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैनात करीब डेढ़ लाख आशा बहुएं ग्रामीण इलाकों की गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच करती है। इसके अलावा वे उन्हें सावधानी बरतने और बच्चों के टीकाकरण की जानकारी भी देती हैं। वे प्रसव पीड़ा के दौरान गर्भवती महिलाओं की मदद कर उन्हें अस्पताल पहुंचाती हैं।
बीएसएनएल के पूर्वी परिमंडल के महाप्रबंधक (सेल्स एवं मार्केटिंग) ए. के. कनौजिया ने बताया कि पहले चरण में एक लाख मोबाइल देने की तैयारी चल रही है। जैसे ही राज्य सरकार की ओर से अनुदान मिलेगा, उन्हें सीयूजी कनेक्शन के साथ हैंडसेट मुहैया कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
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