गेहूं क्रय केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान कांटे की बारीकी जानने को डीएम ने स्वयं को तौला

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FARRUKHABAD : जिलाधिकारी पवन कुमार ने अपर जिलाधिकारी के के सिंह के साथ राजेपुर स्थित गेहूं क्रय केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया। dm pawan kumar dm pawan kumar1सबसे पहले जिलाधिकारी मार्केटिंग विभाग के गेहूं क्रय केन्द्र राजेपुर पहुंचे। जहां पर उन्होंने तौल के लिए लगाये गये इलेक्ट्रानिक कांटे पर स्वयं खड़े होकर उसकी बारीकी से जांच की और क्रय केन्द्र में रखे 31 गांठे जिनमें बोरे पैक थे का निरीक्षण किया। क्रय केन्द्र प्रभारी ने बताया कि ये 11836 बोरे हैं जिन्हें गेहूं खरीद में इस्तेमाल किया जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि केन्द्र के बाहर लगे बैनर पर केन्द्र प्रभारी का नाम और उसका सेल फोन नम्बर अवश्य लिखवायें। केन्द्र प्रभारी ने यह भी बताया कि उसे खरीद के लिए 5 लाख रुपये की धनराशि प्राप्त हो चुकी है परन्तु अभी केन्द्र पर काश्तकारों का गेहूं आना शुरू नहीं हुआ है। सप्ताह के अन्त तक गेहूं आना प्रारंभ हो जायेगा और गेहूं की खरीद शुरू हो जायेगी।

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इसके पश्चात जिलाधिकारी राजेपुर कस्बे के बाहरी हिस्से में स्थापित जिला सहकारी संघ के गेहूं क्रय केन्द्र पर पहुंचे। जहां पर उन्होंने केन्द्र प्रभारी को जब तलब किया तो वह अनुपस्थित मिले। एक अन्य व्यक्ति सुखराम केन्द्र की देखभाल करता मिला। जिसने बताया कि केन्द्र पर बोरों की पांच गांठें उपलब्ध हैं। परन्तु काश्तकार अभी गेहूं लेकर नहीं पहुंच रहे हैं जिसके कारण खरीद अभी प्रभावित है। जिलाधिकारी ने यहां पर ग्रामीणों से पूछा कि कब तक विक्री हेतुु गेहूं क्रय केन्द्रों पर पहुंचेगा तो सभी ने कहा कि 10 से 15 दिन के बाद ही गेहूं की कटाई के पश्चात केन्द्र पर गेहूं आना प्रारंभ हो जायेगा।

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जिलाधिकारी ने दोनो केन्द्रों पर खरीद से जुड़े कर्मचारियों से कहा कि पारदर्शिता बनाये रखते हुए किसानों का गेहूं उनकी काश्त के हिसाब से खतौनी देखकर ही क्रय किया जाये। किसी भी प्रकार से कोई अन्य तीसरा पक्ष जो बिचौलिया या व्यापारी भी हो सकता है उसका गेहूं कदापि न क्रय किया जाये। यदि इस प्रकार की शिकायतें प्राप्त हुईं तो क्रय केन्द्रों के कर्मचारियों के विरुद्व कठोर कार्यवाही कर उन्हें दण्डित किया जायेगा।