पुलिस ने मंत्रीजी की प्राइवेट गाड़ी से लालबत्ती उतारी

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लालबत्ती का दुरूपयोग करने वालों के खिलाफ अभियान में सोमवार को राज्यमंत्री की ही गाड़ी फंस गई। यातायात विभाग की टीम ने लालबत्ती उताकर गाड़ी को क्रेन से खिंचवा लिया और चालान भी कर दिया लेकिन बाद में हकीकत सामने आने पर चालान के रुपये लौट दिए।
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वाहनों पर लाल-नीली बत्ती और हूटर लगाकर घूमना फैशन हो गया है। सोमवार को कानपुर में यातायात विभाग की टीम हरकत में आयी। दोपहर बारह बजे क्षेत्राधिकारी यातायात आरके नायक ने टीम के साथ नो टेंपो जोन में कार्रवाई शुरू की। नवीन मार्केट के पास नो पार्किग में खड़े करीब एक दर्जन वाहनों का चालान किया और काली फिल्म भी उतारी। इसके बाद टीम हर्ष नगर पहुंची, जहां बीच सड़क पर कई वाहन खडे़ थे। इनमें से एक लालबत्ती लगी इनोवा भी थी। सीओ ने कार्रवाई शुरू कराई तो चालक ने गाड़ी मंत्रीजी की बतायी लेकिन वह मंत्री का नाम नहीं बता सका और किसी को मोबाइल मिलाकर मंत्री का नाम पता करने लगा। सीओ ने पूछा कि मंत्री कहां है तो बताया कि राजस्थान में। इसके बाद इनोवा से लालबत्ती उतरवा ली गई। इनोवा को थाने ले जाने के लिए क्रेन रवाना हो गई।
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यह कार्रवाई चल ही रही थी कि चालक के फोन करने पर दो युवक मौके पर पहुंचे और सीओ को बताया कि गाड़ी राजस्थान के सिंचाई राज्यमंत्री गुरमीत सिंह कुन्नर की है और वह कानपुर आए हुए हैं। लेकिन युवक यह नहीं बता सके कि मंत्री कहां ठहरे हुए है। बहरहाल इतना तय हो जाने के बाद कि गाड़ी मंत्री की ही है, यातायात पुलिस बैकफुट पर आ गई। गाड़ी को छोड़ दिया गया और चालाक से वसूले पांच सौ रुपये भी वापस कर दिए गए।
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अगर मंत्री जी गाड़ी में नहीं थे तो चालक को लालबत्ती कपडे़ से ढंक देना चाहिए था। वहीं चालक को मंत्री के बारे में जानकारी नहीं थी, इसलिए कार्रवाई करनी पड़ी। जब पता चला कि वास्तव में गाड़ी मंत्री की है तो उसे छोड़ दिया।