डीएम ने दबोचा एमडीएम का घोटालेबाज

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2 1KAMALGANJ (FARRUKHABAD):  विकासखण्ड कमालगंज में जिलाधिकारी पवन कुमार ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आर ई एस के जेई रिजवान अहमद व एडीओ समाज कल्याण शहादत अली अनुपस्थित पाये जाने पर उनके खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिये। वहीं एमडीएम में घोटाला करने वाले प्रधानाध्यापक को जिलाधिकारी ने रंगे हाथों दबोच लिया तो प्रधानाध्यापक कान पकड़कर माफी मांगने लगा। जिस पर जिलाधिकारी ने उसे जमकर हड़काया। एम डी एम में घोटाला करने के लिए प्रधानाध्यक ने बच्चो की मौजूद संख्या से ज्यादा एमडीएम रजिस्टर पर  बच्चो की संख्या अंकित कर रखी थी| डीएम ने जब रंगे हाथों एम डी एम की इस हेराफेरी को पकड़ लिया तो मास्टरों के होश उड़ गए|

निरीक्षण के दौरान ग्राम सभा नगला दाउद में नरेगा का काम निल मिलने पर सम्बंधित ग्राम पंचायत अधिकारी गिरन्द वर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी करने को कहा। उन्होंने कहा कि ब्लाक कमालगंज में मनरेगा के लिए तीन करोड़ रुपया आया था। जिसमें अभी तक लगभग दो कराड़ रुपया खर्च हो चुका है। मार्च आने वाली है एक करोड़ रुपया अभी तक शेष है। समूह का कार्य ठीक न होने पर एडीओ, आईएसडी नरेशचन्द्र यादव की फटकार लगायी। जिसके बाद जिलाधिकारी ने ग्राम चंदनपुर में नरेगा कार्यों का निरीक्षण किया। रास्ता खराब होने की बजह से साइट तक नहीं पहुंच पाये।

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चंदनपुर प्राथमिक विद्यालय के निरीक्षण के दौरान प्रधानाध्यापक भुवनेश प्रताप, शिक्षा मित्र राखी सिंह मौके पर मिले व सहायक अध्यापक छुट्टी पर थे। हैन्डपम्प खराब होने व जिलाधिकारी का मोबाइल नम्बर 9 अंक का लिखा देख जिलाधिकारी का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने प्रधानाध्यापक की फटकार लगाते हुए बीएसए को कार्यवाही के निर्देश दिये।
जिसके बाद जिलाधिकारी पवन कुमार विद्यालय में पढ़ रहे बच्चों से रूबरू हुए तो उन्हें शिक्षा की सारी हकीकत नजर आ गयी। विद्यालय में एक ही कमरे में कक्षा एक से पांच तक के बच्चे बैठाये गये थे। इसके अलावा विद्यालय में पंजीकृत कुल 87 बच्चों में मात्र 20 बच्चे ही उपस्थित थे। जबकि एमडीएम रजिस्टर पर 65 से 70 बच्चों की उपस्थिति दर्ज की गयी थी। यह देख जिलाधिकारी ने प्रधानाध्यापक भुवनेश प्रताप की जमकर क्लास लगायी। जिस पर प्रधानाध्यापक जिलाधिकारी के सामने अपने कान पकड़कर माफी मांगने लगा। प्रधानाचार्य ने कहा कि आगे अब यह गलती नहीं होगी। जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि मिड डे मील घोटाले को मैं अच्छी तरह समझ रहा हूं। वह उन्हें गुमराह करने का प्रयास कर रहा है। काफी हड़काने के बाद उन्होंने प्रधानाध्यापक को छोड़ दिया।