नन्हेंलाल पर गिरी गाज, साथी सिपाही भी लाइन हाजिर

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nanhenelal sog prabhariफर्रुखाबाद: तत्कालीन पुलिस अधीक्षक नीलाब्जा चौधरी के सबसे चहेते माने जाने वाले कमालगंज थानाध्यक्ष नन्हेंलाल को ग्रामीणों के साथ मारपीट करना महंगा पड़ गया। जेएनआई में प्रकाशित खबर के बाद राशिद जमाल सिद्दीकी के नेतृत्व में ढपलपुर गांव के ग्रामीण पुलिस अधीक्षक से मिले। जिसके बाद एसओजी के सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया और वहीं नन्हेंलाल को कमालगंज थानाध्यक्ष पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया।

बीते दो दिन पूर्व थानाध्यक्ष कमालगंज नन्हेंलाल ने खुद को एसओजी प्रभारी बताकर ग्रामीणों पर हनक तो बनायी ही, साथ में उनके साथ बेहताशा मारपीट भी की गयी। जिसको जेएनआई ने प्रकाशित किया तो कमालगंज क्षेत्र में पीड़ित ग्रामीणों के समर्थन में सत्ताधारी नेता पहुंचे। जिसमें ब्लाक प्रमुख राशिद जमाल सिद्दीकी ने पुलिस अधीक्षक से भेंट की। पुलिस अधीक्षक ने जांच के आदेश अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिह को दिये थे। दो दो जगह का चार्ज लिये नन्हेंलाल को आखिर एक बड़ा झटका लगा। पुलिस अधीक्षक जोगेन्द्र कुमार ने तत्काल प्रभाव से खुद को एसओजी प्रभारी बताने वाले थानाध्यक्ष कमालगंज नन्हेंलाल को पद से हटा दिया। वहीं एसओजी टीम के सिपाही ललित कुमार, विजय शंकर राय, हिम्मत सिंह, मनोज कुमार, मनोज यादव व मनोज यादव ड्राइवर को लाइन जाहिर कर दिया गया है।

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इस सम्बंध में अपर पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। शीघ्र जांच पुलिस अधीक्षक को सौंपी जायेगी। दोषी पर कार्यवाही होना तय है।

अब कैसे होंगे 27 हजार रुपये वापस

थानाध्यक्ष कमालगंज नन्हेंलाल से तो चार्ज चला गया लेकिन कई अनसुलझे आरोप अभी भी नन्हेलाल पर कायम है| राजेपुर सरायमेदा में इससे पहले नन्हेंलाल ने रामशंकर हत्याकाण्ड के मामले में ग्रामीणों के साथ मारपीट कर जेबर इत्यादि लूटने जैसी घटना की थी। जिसके बाद विधायक जमालुद्दीन सिद्दीकी के हड़काने पर उन्होंने जेबर के साथ_साथ कुछ नगदी भी वापस कर दी थी। फिलहाल अब नन्हेंलाल अपने पीछे एक सवाल यह छोड़ गये कि बचे हुए 27 हजार रुपये जो इन्होंने देने का वादा किया था, वह अब कैसे व किस तरह से वापस होंगे। यह कोई बोलने को तैयार नहीं।